Report : Media Sarkar Bureau
केंद्रीय मध्यम, लघु एवं सूक्ष्म उद्यम राज्यमंत्री प्रताप चंद्र सारंगी ने कहा कि हमारे देश में गांवों के लोगों के कल्याण के लिए गांधी के दर्शन से अच्छा हमारे पास कोई साधन नहीं है। गांधी की विकास की धारणा ही गांवो को मजबूत कर सकती है और गांवों के मजबूत होने से ही देश मजबूत हो सकता है। प्रताप चंद्र सारंगी दिल्ली में आयोजित चरखा डायलॉग ( Charkha Dialogue) में बोल रहे थे। इस डायलॉग का आयोजन गांव के साथ साथ गांधी के साहित्य और दर्शन पर काम करने वाली संस्था भोर चैरिटेबल ट्रस्ट ने इंडिया सीएसआर के साथ मिलकर किया था।
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गांधी का स्वच्छता अभियान अब जन जागरण बन चुका
केंद्रीय लघु एवं सुक्ष्म उद्योम विकास राज्य मंत्री प्रताप चंद्र सारंगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गांधीजी के विचारों के
अनुरूप ही विकास के कार्यों को गति दी जा रही है। स्वच्छता अभियान गांधीजी के विचारों से प्रेरित होकर यह जनअभियान बन चुका है। सारंगी ने कहा कि देश को अपने लिए सब कुछ विकसित करना होगा। ऐसी व्यवस्था करनी होगी जिससे ग्रामीण इलाकों का उचित विकास हो सके। ऐसे अवसर पैदा हों जिससे पलायन रुके । साथ ही मंत्री ने यह भी जोड़ा वो अपने मंत्रालय के स्तर पर ऐसी हर कोशिश में जुटे हैं जिससे देश का भविष्य और बेहतर हो सके। केंद्रीय मंत्री सारंगी ने कहा कि इस बात में किसी तरह का दोहरा मत नहीं होना चाहिए कि गांवों के विकास से ही देश का विकास संभव है।
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चरखा संवाद ( Charkha Dialogue) बेहद प्रासंगिक और समय की जरूरत
केंद्रीय मंत्री प्रताप चंद्र सारंगी ने कहा कि चरखा संवाद का आयोजन अत्यंत ही प्रासंगिक है। केंद्रीय मंत्री ने इस आयोजन के लिए चरखा डायलॉग के आयोजक संस्थाओं भोर चैरिटेबल ट्रस्ट और इंडिया सीएसआर को बधाई दी ही साथ ही कहा कि देश में इसे जगह जगह करने की जरूरत है । सारंगी ने कहा कि गांवों में, छोटे कस्बों में निश्चित तौर पर रोजगार पैदा करने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है, पहले बैंकिंग सेवा जटिल थी जिसमें जरुरत पर पैसा नहीं मिल पाता था लेकिन हमारी सरकार ने पिछले पांच सालों में इसमें काफी हद तक बदलाव किया है, और भी सुधार की जरूरत है जिसमें हम सब लगातार जुटे हुए हैं। ज्यादा से ज्यादा रोजगार देश में पैदा करना ही हमारा ध्येय है और इसे पूरा करने में हम कोई कोताही नहीं छोड़ेंगे। गांधी की 150 वीं जयंती के मद्देनजर Charkha Dialogue ( चरखा संवाद) जैसे कार्यक्रम का आयोजन कर वरिष्ठ पत्रकार अनुरंजन झा ने नई तान छेड़ी है, हम सबको साथ देना चाहिए।