Report : Media Sarkar Bureau
Charkha Dialogue में बोलते हुए बीजेपी के उपाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद प्रभात झा कहा कि विकास के लिए संवाद और सम्पर्क स्थापित करना बुनियादी जरूरत है। विकास के लिए हमें संवाद को मजबूत बनाना होगा, और यह चरखा सतत चलते हुए हमें यही सीख देता है ।
महात्मा गांधी सबसे बड़े कम्यूनिकेटर
भारत के विकास को केंद्र में रखकर आयोजित इस चरखा डायलॉग में प्रभात झा ने कहा कि गांधीजी सबसे बड़े कम्युनिकेटर हैं। अभी तक न सिर्फ भारतीय राजनैतिक इतिहास में बल्कि अगर ठीक से देखें तो दुनिया के इतिहास में कम्यूनिकेशन के मामले में गांधी का जवाब नहीं। पहनावे से लेकर आचार-व्यवहार सभी में विशेष संदेश स्थापित करने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि गांधीजी के विचारों को गांवों तक पहुंचाना और उसे स्थापित करना ही सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। प्रभात झा ने कहा कि चरखा के माध्यम से गांधी ने पूरे देश को स्वावलंबी होने का संदेश दे दिया। चरखे के सूत से निर्माण का संदेश दे दिया, चरखे के पहिए से सतत प्रगति का सूत्र दे दिया । इन संदेशों को महज समझने की जरूरत भर है।
चरखा संवाद की टीम बधाई की पात्र
प्रभात झा ने कहा कि चरखा संवाद ( Charkha Dialogue ) की योजनाओं को गंभीरता से सुनने समझने के बाद हमें यह लगा कि यहएक जबरदस्त योजना है और यह योजना फलीभूत होइसके लिए हमें अगे आऩा चाहिए । आगे चर्चा के दौरान प्रभात झा ने कहा कि चरखा संवाद की पूरी टीम बधाई की पात्र है इस टीम की आगे की योजनाओं में भी हमारा साथ रहेगा। देश को विकास के पथ पर ले जाने के लिए गांवों की समुचित विकास जरूरी है और इसमें चरखा डायलॉग की कार्ययोजना बहुत ही उम्दा है।