Report : Media Sarkar Desk
बिहार के पूर्वी चंपारण जिला मुख्यालय मोतिहारी में है, केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह यहीं से चुनकर संसद पहुंचते हैं, अखिलेश सिंह भी यहीं से चुनकर केंद्र में मंत्री बने थे। ये वही धरती है जहां से गांधी ने सत्याग्रह की शुरुआत की थी , अब इस इलाके में सत्याग्रही कम हैं और उसके उलट समाज में अपराधी प्रवृति के लोगों की तादात बढ़ी है। लगभग सभी अखबारों के स्पेशल पेज निकलते हैं और टीवी चैनल वालों को भी यहां से खबरें मिलती रहती हैं जो उनको TRP दे सके। हम आज यह चर्चा इसलिए कर रहे हैं क्यूंकि आज मजदूर दिवस के दिन यहां के पत्रकार आनंद प्रकाश ने अपनी पीड़ा, अपना दुख व्यंग्य के जरिए साझा किया है।
#मोतिहारी
विगत कई दिनो से विपक्ष की खबरे लिखने या चर्चा करने के कारण मुझे निशाने पर लिया जा रहा है। मुझे भाजपा विरोधी महागठबंधन का प्रवक्ता यहाँ तक अर्बन नक्सली तक बोला जा रहा है। वो #अंडे भी जिससे अभी चोंच तक नही निकला है,वो भी खरोच मारकर मुझे पत्रकारिता सीखा रहे है। फेक आईडी से गाली तक दिया और दिलवाया जा रहा है। पैसे लेकर खबर लिखनेवाले लोग भी आज मुझे पारदर्शी पत्रकारिता कैसे की जाय यह बता रहे है।ऐसे मे मैने सोचा कि आज #मजदूर_दिवस है,तो आज भक्तिपूर्ण पोस्ट करना ही मुनासिब रहेगा।
– मोतिहारी का मोतीझील काफी स्वच्छ हो गया। यहाँ की बदबू समाप्त हो गयी। पूरे राज्यभर से लोग इसकी खूबसूरती देखने आ रहे है। जिससे यहाँ के लोगो का रोजगार फल फूल रहा है। यह झील पानी मे आर्सेनिक नही कैल्शियम उगल रही है।
– यहाँ की कोई नहरे सूखी नही है। सारे टुयूबवेल चालू है। अब यहाँ का कोई खेत असिंचित नही है।
– यहाँ की नदियाँ स्वच्छ निर्मल एवं प्रदूषण मुक्त होकर किसानो के उपज तिगुना कर दी है। बाढ सुखाड़ का स्थायी समाधान निकल चुका है।
– बिहार मे फसल बीमा बंद नही हुआ।चालू है और किसानो प्रकृतिजनित नुकसान का भरपुर लाभ मिल रहा है। नुकसान हुआ नही कि खाते मे पैसा आने लगा है।
– यहाँ की अर्थव्यवस्था की रीढ कोई चीनी मिल बंद नही। और किसानो मजदूरो का बकाया भुगतान भी कर दिया गया।
– यहाँ चीनी मिल #मजदूर बकाये मजदूरी के लिए आत्मदाह नही किये वो तो चीनी मिल के बंबू के चिंगारी मे झुलस गये।
– जिले मे अनाज मंडी हर जगह खुल गये है। सब्जी मंडी तो इतना विशाल है,कि उत्पाद कम पड़ रहे है।
– पूरे जिले मे दूध की नदियाँ बह रही है। इतना उत्पादन की मदर डेयरी सँभाल नही पा रहा है।
– शहर को तो छोडिए ग्रामीण इलाके भी अब ग्रीन हो गये है। सड़के इतनी चौडी हो गयी है,कि अब शहर मे जाम की समस्या समाप्त हो गयी है। सुंदरता एवं स्वच्छता के मामले देश के अन्य शहरो मे सबसे अव्वल स्थान पर पहुँच गया।
– यहाँ के केन्द्रीय विश्वविधालय मे कोई अराजकता या राजनैतिक हस्तक्षेप नही यह भूमी भवन एवं शैक्षणिक परिवेश के लिए पूरे देश मे सुविख्यात हो रहा है। यहाँ आर्युर्वेद कॉलेज बंद नही चालू है। होमियोपैथ कॉलेज तो कोई मुद्दा ही नही। यहाँ बेहतर शिक्षा के लिए पलायन बिल्कुल बंद हो गया। बेरोजगारी तो है ही नही।
– #चंपारण_सत्याग्रह के शताब्दी वर्ष मे रेलवे का हुआ विकास रेल मंत्रालय नही कृषि मंत्रालय ने किया है।
-अब यहाँ भष्ट्राचार और कमीशनखोरी बंद हो गयी है। साक्षात राजा हरिश्चंद्र यहाँ विचरण कर रहे है।
चौतरफा विकास की गंगा बह रही है। हम भी इसमे डुबकी लगाकर धन्य है। आपभी लगाईये सच कह रहा हुँ बिल्कुल स्वच्छ और निर्मल दिखने लगेगे। ठीक है
विशेष अगली बार…