जिस शख्स के बारे में आज मैं लिख रहा हूं उस पर लिखने के लिए जो मेरा वक्त बर्बाद हुआ है उसके लिए अपने आप से माफी और आपलोग इसे पढ़ेंगे इसलिए आप सभी से माफी समेत निवेदन है कि इसे एक बार जरुर पढ़ें क्योंकि कई बार, सड़ांध, कचरा और नाली की गंदगी के बारे में भी लोगों को अवगत कराना पड़ता है क्योंकि यह भी तो हमारी ही देन है, इसके बारे में भी लिखना पड़ता है नहीं तो उससे सभ्य समाज को परेशानियां झेलनी पड़ती है। तो बात को कुछ ऐसे समझिए कि सफलता पचा पाना आसान नहीं होता, इतिहास गवाह है कि अच्छे-अच्छे और बड़े-बड़ों का दिमाग सफलता के नशे में खराब होते हमने देखा है, और अगर सफलता आपकी मेहनत और काबिलियत से ज्यादा आपकी तकदीर से मिली हो तो आप उसे लंबे समय तक संभाल कर नहीं रख पाते।
मनोरंजन की दुनिया में ऐसा दस्तूर अक्सर देखा गया है। ताजा मामला है भोजपुरी के तथाकथित स्टार दिनेश लाल यादव का। इस यादव जी को जनता निरहुआ के नाम से जानती है। निरहुआ यानी यादव जी ने फिल्मी पत्रिका स्टारडस्ट के एक पत्रकार शशिकांत को कोई खबर छापे जाने का विरोध जताने के लिए फोन किया और फिर जो प्रवाह में गालियां दीं है, घर में घुसकर मारने की धमकी दी है उसको सुनकर तो ऐसा लगता है कि दरअसल किसी चौक-चौराहे का मवाली गुंडा उगाही या फिरौती के लिए धमका रहा है। यकीन मानिए सड़क छाप गुंडा कहकर उस गुंडे की भी तौहीन हो जाए। गालियों की बौछार और उस पर तुर्रा यह कि ठहरो जरा, मुंबई आते ही तुम्हारे घर में घुसकर…..।
यादव जी और उनकी टीम भोजपुरी में अश्लीलता का परचम लहराने के लिए मशहूर है और इसलिए इतिहास में भी दर्ज किए जाएंगे। यादव जी की हाल में कोई भोजपुरी फिल्म आई है और उसको बॉक्स ऑफिस पर मन मुताबिक सफलता नहीं मिली है, फिल्म रिलीज के पहले शायद कई डिस्ट्रीब्यूटर्स ने हाथ खड़े कर दिए थे और उसकी वजह यह है कि अब धीरे धीरे भोजपुरी में अश्लीलता के खिलाफ माहौल बन रहा है। इसी उधेड़बुन में इस यादव जी ने शायद अपनी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी शुरू करने की योजना बनाई। यह खबर शशिकांत ने लिखी और इसी खबर से तमतमाए यादव जी ने अपने मुखारबिंद से अतिखूंखार शब्दों का प्रवाह कर डाला। पत्रकार शशिकांत ने मामला दर्ज करा दिया है और पुलिस अपनी कार्रवाई कर रही है लेकिन इस तरीके के मामले पुलिसिया कार्रवाई से नहीं सुलझते।
ऐसी हरकतों का समाज की ओर से जवाब दिया जाना चाहिए। उसका विरोध होना चाहिए, अभी चंद रोज पहले यही यादव जी चम्पारण पहुंच कर वहां के युवा सेलिब्रेटी ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के विजेता सुशील कुमार के द्वारा चम्पारण के हर-घर में चम्पा अभियान से जुड़कर लोगों का दिल जीतने की कोशिश कर रहा था तभी हमने ताकीद किया था यह भोजपुरी भाषा के साथ बलात्कार करने वाला यह शख्स किसी लिहाज से समाज का भला नहीं कर सकता और जब तक समाज, खासकर भोजपुरी समाज अपने घरों, अपने आसपास अश्लील गीतों का सार्वजनिक बजना और अश्लील फिल्मों का सार्वजनिक प्रदर्शन रोकने में आगे नहीं आएगा, अहम भूमिका नहीं निभाएगा तब तक अश्लीलता की कमाई खाने वाले निरहुआ जैसा शख्स अपने मन मुताबिक काम नहीं होने पर लोगों को ऐसे ही मां-बहन की गालियां देता रहेगा, धमकाता रहेगा। बाकी तो आपलोग समझदार हैं हीं।