लखनऊ। समाजवादी पार्टी में साइकिल के दंगल में जीत बेटे अखिलेश की हुई है। अखिलेश ने समाजवादी पार्टी और साइकिल दोनों पिता मुलायम सिंह यादव से छीन ली है। चुनाव आयोग ने अपना फैसला सुनाते हुए अखिलेश यादव को समाजवादी पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह दोनों दिया है।
सपा और साइकिल हासिल करना अखिलेश यादव के लिए बड़ी कामयाबी है। वहीं पिता मुलायम खाली हाथ रह गए। गौरतलब है कि पार्टी में जारी फूट के बाद मुलायम सिंह यादव ने पार्टी के चुनाव चिन्ह साइकिल के लिए चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया,लेकिन चुनाव आयोग ने अहम फैसला देते हुए पार्टी का नाम यानी समाजवादी पार्टी और चुनाव चिन्ह साइकिल दोनों ही अखिलेश यादव को दिया है।
अखिलेश यादव इलेक्शन कमीशन के फैसले बाद पिताजी से मिलने उनके आवास पहुंचे। नेताजी से मुलाकात के बाद एक ट्वीट किया और कहा कि साइकिल चलती जाएगी…आगे बढ़ती जाएगी।वहीं, चुनाव आयोग का फैसला आने से पहले समाजवादी पार्टी के लखनऊ हेडक्वार्टर में अखिलेश और मुलायम, दोनों के ही नाम की राष्ट्रीय अध्यक्ष वाली नेमप्लेट लगी हुईं थी।
समाजवादी पार्टी और चुनाव चिह्न पर अखिलेश यादव के कब्जे के बाद से ही समाजवादी पार्टी औऱ कांग्रेस के बीच गठबंधन की चर्चा ने जोर पकड़ लिया है। कांग्रेस की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार शीला दीक्षित ने भी कहा है कि अगर गठबंधन होता है उन्हें कोई गुरेज नहीं औऱ उनको अखिलेश यादव का नेतृत्व स्वीकार है।