एक तरफ नोटबंदी से जुड़ी समस्याएं हैं तो दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश में गुंडागर्दी का राज । दोनों खत्म होने का नाम नहीं ले रहे। उत्तर प्रदेश के फैजाबाद से एक डराने वाली घटना सामने आई है। फैजाबाद में एक पेट्रोल पंप के स्टाफ ने नोटों के खातिर हिंदी दैनिक अखबार के चार पत्रकारों को जिंदा जलाने की कोशिश की। जब पत्रकारों ने पेट्रोल भराकर भुगतान सिक्कों में किया तो पेट्रोल पंप के स्टाफ भड़क गए और पत्रकारों से सिक्कों के बजाए नोटों में भुगतान करने के लिए कहा। बढ़ते-बढ़ते विवाद इतना बढ़ गया कि पत्रकारों की जान पर बन आई।
एक पीड़ित पत्रकार कृष्णकांत गुप्ता ने बताया कि ‘शुक्रवार को सिविल लाइन्स एरिया के एक पेट्रोल पंप पर हम पहुंचे। हमने अपनी गाड़ी में 200 रुपए का पेट्रोल भराया और 10-10 रुपए के 20 सिक्कों में भुगतान किया। पेट्रोल पंप के स्टाफ ने सिक्कों से भुगतान लेने से इनकार कर दिया और कहा कि उन्हें नोटों में भुगतान चाहिए। जब हमने इसका विरोध करते हुए स्टाफ से पूछा कि वह सिक्के क्यों नहीं लेंगे तो इस पर स्टाफ ने हम पर जानलेवा हमला कर दिया।’
कृष्णकांत ने बताया, ‘झगड़ा बढ़ता देखकर मेरे कुछ साथी दौड़कर आने लगे। उन्हें आता देखकर पेट्रोल पंप के स्टाफ ने हमारे ऊपर पेट्रोल छिड़क दिया और हमें जिंदा जलाने की कोशिश की। उसी समय कुछ लोगों ने पुलिस को सूचित कर इस बारे में जानकारी दी जिससे मौके पर पहुंचकर पुलिस ने पत्रकारों की जान बचाई।