नई दिल्ली। अगर आप नोटबंदी को सरकार का सख्त रूख मान रहे हैं तो आप गलत हैं। नोटबंदी का भले ही देश पर बड़ा असर बड़ा हो, लेकिन सरकार जो अलगा कदम उटाने जा रही है उसे जानकर आप चौंक जाएंगे। नोटबंदी से बी बड़ा और सख्त कदम सरकार बेनामी संपत्ति को लेकर उठाने जा रही है। जहां नोटबंदी कालाधन और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए पहला कदम था तो वहीं बेनामी संपत्ति कानून ऐसे भ्रष्टाचारियों के खिलाफ अगला कदम होगा, जिन्होंने अपना पैसा बेनामी संपत्ति में लगाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि नोटबंदी का एलान पूर्ण विराम नहीं है, यह महज शुरुआत है। बेनामी संपत्ति का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सोची-समझी रणनीति के तहत इसे पूर्व की सरकारों ने धारदार नहीं बनाया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार बेनामी संपत्ति कानून को बड़ा धारदार बनाने जा रही है जो आने वाले दिनों में सख्त काम करेगी। आपकोबता दें कि बेनामी संपत्ति एक्ट है क्या। दरअसल जो संपत्ति असली खरीददार के नाम पर नहीं होती है। कर से बचने और संपत्ति का ब्योरा न देने के उद्देश्य से लोग अपने नाम से प्रॉपर्टी खरीदने से बचते हैं। जिस व्यक्ति के नाम से यह खरीदी जाती है उसे बेनामदार कहते हैं और संपत्ति बेनामी कही जाती है।