उत्तर प्रदेश की राजनीति में समाजवादी परिवार का घमासान पूरी फिल्म की तरह लोगों के सामने आ गया है। नोटबंदी के दौरान समाजवादी परिवार का विवाद थोड़ा थमा रहा लेकिन जैसे जैसे उसकी मियाद खत्म होने लगी इस पारिवारिक पार्टी का विवाद भी सामने आने लगा । सत्ता के इस दंगल का स्क्रिप्ट राइटर कौन है सही मायनो में यह अभी तक पता नहीं चल पाया है ।
जब से उत्तर प्रदेश के इस समाजवादी परिवार में लड़ाई ठनी, मुलायम के करीबी और कभी पार्टी के चाणक्य और बाद में खलनायक माने जाने वाले अमर सिंह ने चुप्पी साध रखी थी। बीच में कई ऐसे मौके आए जब अमर सिंह ने राज्यसभा छोड़ने तक के संकेत दे डाले। इसी खींचतान के बीच चुनाव नजदीक आ गया औऱ चाचा- भतीजा ने अपने अपने उम्मीदवारों के जरिए अपनी अपनी ताकत दिखानी शुरु कर दी। बीच में जब मुखिया मुलायम कूदे तो बेटे ने उनको भी चुनौती दे डाली। दोनों भाईयों ने बेटे मुख्यमंत्री को पार्टी से ही बाहर कर दिया।
इस दिलचस्प दंगल में अब अमर सिंह भी कूद पड़े हैं। अमर सिंह अपने चिर परिचित अँदाज में चौपाई पढ़ते हुए कहा कि
रामचंद्र कह गए सिया से ऐसा कलयुग आएगा
बेटा करेगा राज और बाप जंगल जाएगा
अमर सिंह के इस बयान ने इस राजनीतिक हवन में घी का काम किया है। अखिलेश यादव के समर्थकों ने अमर सिंह के इस बयान के बाद उनको काफी भला बुरा कहा है और कहा कि पार्टी को तोड़ने के लिए अमर सिंह ही जिम्मेदार हैं।