समाजवादी पार्टी में मचा बवाल आज भी जारी है । आज मुखिया मुलायम सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं की एक मीटिंग बुलाई थी। इस मीटिंग में सबसे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, फिर शिवपाल यादव और बाद में नेताजी मुलायम सिंह ने अपनी बात रखी। मुलायम की मौजूदगी में अखिलेश ने रोते हुए कहा, ‘मैं नई पार्टी क्यों बनाऊंगा। आप अगर कहते तो मैं इस्तीफा दे देता।’ इसके बाद शिवपाल बोले, ‘मैं जब सीएम से मिलने गया तब उन्होंने कहा था कि वे नई पार्टी बनाकर किसी दल के साथ चुनाव लड़ लेंगे। मैं यह बात बच्चों की कसम खाकर गंगाजल हाथ में लेकर कह सकता हूं।’ शिवपाल भी बोलते-बोलते रो पड़े कहा, ‘मैंने गांव-गांव साइकिल से इस पार्टी के लिए संघर्ष किया है।
मुलायम बोले पार्टी में टकराव से आहत हूं
इसके बाद मुलायम ने बोलना शुरू किया। नारेबाजी कर रहे अखिलेश समर्थकों को डांटा। कहा- चापलूसी के सिवाय कुछ नहीं आता। शिवपाल के पक्ष लेते हुए कहा- वे मेहनती और जनता के नेता हैं। मुलायम ने कहा कि ‘मैं 13 साल का था तबसे लोहिया जी को मानता था। संघर्ष के समय मैं जेल गया, कौन नहीं जानता। पार्टी बनाने में बहुत संघर्ष किया। लोहिया जी के रास्ते पर चलकर आगे बढ़ा। इमरजेंसी के दौरान जेल में रहा। हमसे किसी की गुंडागर्दी नहीं चलती है। पार्टी में टकराव से दूर रहें। जो उछल रहे हैं, वो एक लाठी नहीं झेल पाएंगे। जो आलोचना नहीं सह सकता, वो नेता नहीं बन सकता। कई मौकों पर मुलायम भावुक हो गए। मुलायम ने कहा कि अमर सिह ने हमारी बहुत मदद की है, एहसानफरामोश नहीं होना चाहिए।
इतना ही नहीं मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश यादव को डांट लगाते हुए कहा कि पद से दिमाग खराब हो गया है । राजनीति में त्याग और सेवा करनी पड़ती है, संभल कर छवि बनानी पड़ती है। प्रधानमंत्री बनने के लिए कोई समझौता नहीं किया अब भी नहीं करुंगा और मैं अभी कमजोर नहीं हुआ हूं।