भोपाल सेंट्रल जेल से भागे सभी आठ आतंकी को मध्य प्रदेश पुलिस ने भोपाल के बाहरी इलाके में ईंटखेड़ी गांव के पास मुठभेड़ में मार गिराया है। भोपाल जेल के हेड कांस्टेबल का गला रेत कर सिमी (स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया ) के 8 आतंकी दिवाली की रात फरार हो गए थे । 9 घंटे के भीतर ही पुलिस ने एनकाउंटर में सभीआठों आतंकियों को ढेर कर दिया।
पहले भी भाग चुके थे
आतंकियों ने गार्ड का गला रेतने के बाद चादरों की रस्सी बनाई और दीवार फांद गए थे। मध्य प्रदेश के खंडवा से सिमी आतंकी 3 साल पहले भी ऐसे ही जेल से फरार हो गए थे। फरार हुए इन आतंकियों के ऊपर देशद्रोह का मुकदमा चल रहा था । इस बार भागने वाले आतंकियों में कुछ वे आतंकी भी शामिल थे जो पहले भाग चुके थे।
मास्टरमाइंड अबु फैजल
भोपाल सेंट्रल जेल से फरार होने के इस पूरे वरादात का मास्टरमाइंड डॉक्टर उर्फ अबू फैजल बताया जा रहा है। अबू फैजल ने खंडवा की एक लड़की से शादी की है। अबू फैजल जेल तोड़ने में माहिर है और स्लीपर सेल बनाने का काम करता था। फैजल मुंबई का रहने वाला है और आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, एमपी, महाराष्ट्र में स्लीपर सेल का प्रमुख है। अबु फैजल पर खुफिया एजेंसियों की नजर सबसे पहले 2006 में पड़ी थी। डेढ़ साल पहले ही फैजल को तिहाड़ जेल से भोपाल जेल शिफ्ट किया गया था।
इंदौर पुलिस ने साल 2006 में बस स्टैंड के पास एक होटल से सिमी के 11 आतंकियों को गिरफ्तार किया था इनमें अबू फैजल भी शामिल था। जमानत पर छूटने के बाद से अबू फरार हो गया था और उसने देश में कई बड़े बम धमाकों और बैंक डकैती की वारदात को अंजाम दिया। यह अभी तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है। खुफिया सूत्रों की जानकारी के हिसाब से अबू फैजल की पकड़ने के लिए तंत्र सक्रिय कर दिए गए हैं।
ये हैं मारे गए फरार आतंकी
जब ये आतंकी पुलिस चौकसी की वजह से गांव में घिर गए तो इनको पुलिस ने सरेंडर करने को कहा, आतंकियों ने सरेंडर नहीं किया और मुठभेड़ शुरु हो गई । मारे गए आतंकी हैं – मोहम्मद खालिद अहमद (सोलापुर, महाराष्ट्र), मोहम्मद अकील खिलजी (खंडवा, मध्य प्रदेश), मुजीब शेख (अहमदाबाद, गुजरात), मोहम्मद सलिक, जाकिर हुसैन सादिक, मेहबूब गुड्डू, अमजद।
कब और कैसे भागे थे
डीआईजी (भोपाल) रमन सिंह ने कहा- रविवार-सोमवार यानी दिवाली की रात जब पटाखों का शोर कुछ थम रहा होगा तकरीबन 2-3 बजे के बीच आतंकी भाग निकले । आतंकियों ने ड्यूटी बदलते वक्त दो गार्ड पर हमला किया। पहले हेड गार्ड रमाशंकर सिंह की हत्या कर दी। उनका गला रेत दिया। इसके बाद जेल में ओढ़ने के लिए मिली चादरों की रस्सी बनाई। उसी के सहारे दीवार फांदी। दूसरा गार्ड घायल है। इसमें से कुछ आतंकी वे भी हैं जो 2013 में खंडवा जेल से भागे थे। उन्हें पकड़ कर यहां लाया गया था।
दिल्ली समेत कई राज्य में अलर्ट था
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा, जेल प्रबंधन की गलती के वजह से ऐसा हुआ। पांच अफसरों को सस्पेंड कर दिया गया है।
घटना की सूचना हमें 4.30 बजे मिली। केंद्र और आसपास के राज्यों को अलर्ट किया गया था । पूरा तंत्र फरार आतंकियों को पकड़ने में लगा दिया गया था। इस बीच पुलिस ने भोपाल के बाहरी इलाके में इन सभी आतंकियों को मार गिराया।