सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो जारी करने के मुद्दे पर केंद्र सरकार ने साफ कहा है कि सेना ने अपना काम कर दिया है अगर किसी को यकीन नहीं है तो यह उसकी दिक्कत है सरकार की नहीं, वीडियो जारी नहीं किया जाएगा ।
सूत्रों के मुताबिक यह फैसला आज कैबिनेट की सुरक्षा मामलों की समिति की हुई बैठक में लिया गया है। सीसीएस की इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद थे। सीसीएस की इस मीटिंग के पहले सेना ने रक्षा मंत्रालय को सर्जिकल स्ट्राइक से जुड़ा सबूत सौंपा। साथ ही सेना ने अपनी ओर से इस वीडियो को जारी करने की हरी झंडी भी दे दी। लेकिन इस पर आखिरी फैसला सरकार को करना था. सेना के अधिकारियों का मानना है कि इस वीडियो को जारी कर हम उन लोगों को जवाब दे सकते हैं जो इस कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं।
सीसीएस की इस मीटिंग में पीएम को एलओसी और सीमा पार के हालात के बारे में जानकारी दी गई. वहीं सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ रहे तनाव पर भी चर्चा की गई। इस सर्जिकल स्ट्राइक को अमेरिका ने भी सही माना है। सैटेलाइट से मिली तस्वीरों के बाद अमेरिका की एनएसए ने तुरंत भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से बात की थी।
इसके अलावा अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने भी आज दावा है कि उसने कुछ चश्मदीदों से बात की है जिन्होने इस कार्रवाई को सही बताया है।