मुम्बई में पकड़ी गयी सलोनी अरोड़ा नाम की पत्रकार ,ब्लैकमेल करने का आरोप
दैनिक भाष्कर के वरिष्ठ पत्रकार कल्पेश याग्निक की आत्महत्या मामले की आरोपी महिला पत्रकार सलोनी अरोड़ा को मुंबई से गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद रविवार को इंदौर की अदालत में उसे पेश किया गया। अदालत ने इंदौर पुलिस की मांग पर गिरफ्तार की गयी पत्रकार लड़की सलोनी को पूछताछ के लिए पांच दिन की पुलिस रिमांड पर सौंप दिया। गौर तलब है कि इसी पत्रकार की वजह से कल्पेश की जान गयी। सलोनो अरोड़ा कल्पेश को ब्लैक मेल कर रही थी और 5 करोड़ रुपये की मांग कर रही थी। नहीं देने की बात पर वो उन्हें धमकी भरे लहजे में सरेआम बदनाम करने की बात करती थी। याग्निक को लम्बे समय से धमका रही थी कि वह उन्हें झूठे मामले में फंसाकर बदनाम कर देगी.
पुलिस उप महानिरीक्षक हरिनारायणाचारी मिश्रा ने मीडिया को बताया कि सलोनी अरोडा (40) को शनिवार को मुंबई से गिरफ्तार किया गया. वह पुलिस से बचने के लिये कई दिनों से महाराष्ट्र के अलावा दिल्ली,गोवा और गुजरात में छिपती फिर रही थी। पुलिस को तलाश थी पर वो हाथ नहीं लग रही थी। सलोनी और उसके कई रिश्तेदारों के फ़ोन कॉल्स को खंगाला गया तो उसका लोकेशन बदलता मिला ऐसे में एक लोकेशन मुम्बई का मिला। मुम्बई के एक स्कूल में सलोनी का बेटा पढता है। रविवार को जब सलोनी अपने बेटे से मिलने बेटे के पास पहुंची तो सादे कपडे में तैनात पुलिस ने धर दबोचा। कल्पेश याग्निक ने अपने दफ्तर अखबार की इंदौर स्थित तीन मंजिला इमारत की छत से 12 जुलाई की रात कथित तौर पर छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली थी। डीआईजी ने बताया कि सलोनी अखबार के मुंबई स्थित दफ्तर में कुछ समय पहले पदस्थ थी और मुख्यत: मनोरंजन जगत की रिपोर्टिंग करती थी। आरोप है कि अखबार की नौकरी से निकाले जाने के बाद वह याग्निक को मानसिक तौर पर परेशान कर रही थी जिससे वह भारी तनाव में चल रहे थे। उन्होंने कहा कि पुलिस को फोन कॉल रिकॉर्डिंग के कुछ अंश मिले हैं, जिसमें याग्निक से सलोनी पांच करोड़ रुपये की कथित मांग करती सुनायी पड़ रही है। आरोप है कि इस बातचीत के दौरान महिला पत्रकार याग्निक को धमकी दे रही है कि यह रकम नहीं चुकाये जाने पर वह उन्हें झूठे मामले में फंसाकर उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा धूमिल कर देगी। और इसी वजह से कल्पेश काफी तनाव में आकर ऐसा कदम उठाया।