निदा खान पर फतवा जारी ,इस्लाम से बेदखल,माफ़ी मांगने की शर्त
बरेली,दरगाह आला हज़रत की ओर से एक फतवा जारी किया गया है, जिसमे निदा खान को काफिर घोषित किया गया है। कहा गया है कि कुरान और हदीस में हलाला और दूसरे कायदों की बात की गयी है।कुरान और हदीस की नियमो की खिलाफत निदा ने की है। निदा खान ने कुफ्र किया है इसलिए वो इसके लिए सरेआम माफ़ी मांगे और सजदा करे।इसके तहत निदा खान का हुक्का पानी बंद कर दिया गया है। यह फतवा दरगाह आला हजरत के दारूल इफ्ता ने जारी किया है। इसमें कहा गया है कि निदा अल्लाह या खुदा के बनाए कानून का विरोध कर रही हैं। इस कारण उनके खिलाफ फतवा जारी किया जा रहा है ।शहर इमाम मुफ़्ती खुर्शीद आलम ने दरगाह आला हजरत पर हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि निदा का हुक्का पानी बंद कर दिया गया है।
दरअसल निदा खान तभी से चर्चा में आयी जबसे उसने तीन तलाक के खिलाफ आवाज उठायी है। अब ताज़ा मामला बीते सप्ताह का है जब एक मुश्लिम महिला शबाना के कई बार हलाला जबरन कराने का मुद्दा उठा। शबाना को अपने पति से तलाक के बाद ससुर से हलाला करना पड़ा था और फिर उसका तलाक हुआ,इसके बाद पति से फिर निकाह हुआ और फिर तलाक हुआ। अब एक बार उसके देवर से हलाला करवाने की बात कही जा रही है। शबाना ने इसे धर्म की आड़ में महिलाओं से ज्यादती बताया और खिलाफत की है। इसी का अंजाम है कि अब निदा को धर्म-समाज निकाला किया गया है। इस फतवे में एलानिये लहजे में कहा है कि निदा काफिर है और इसे मुस्लिम समाज से बाहर किया गया है। इसके मरने पर कोई इस्लाम इसके जनाजे में ना जाये। न ही मौत के बाद इसे कब्र नसीब कराया जाये।
निदा ने काजी के इस एलान का पुरजोर विरोध करते हुए किसी भी माफ़ी से या झुकने से मना कर दिया है। निदा खान ने फतवे को सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उलंघन भी बताया। फतवे की आड़ में उसकी हत्या की साजिश रची जा रहा है। गौर तलब है कि निदा खान का भी तलाक हो चुका है और उसके पूर्व शौहर दरगाह हजरत आला प्रमुख मौलाना सुब्हानी मियां के भाई अंजुम मिया का बेटा शीरान रजा खां है।
अब निदा ने इस फैसले के खिलाफ और तेज़ आवाज उठाने की बात की है और कहा है कि इस तरह के मामलों में वो पीड़ितों का साथ देगी और उसे किसी फतवे या धमकी से डर नहीं।