दिवाली के शुभ और पावन पर्व के नाम पटना में एक मिलन समारोह ने बड़ा काम कर दिया। कभी लालू प्रसाद यादव बिहार के लिए एक खास जुमलानुमा वादा और दावा करते थे। दरअसल पहले जब बिहार की सड़कें बदहाल थी और लोग यहाँ से वहां जाने से कतराते थे, तब ये पता नहीं चलता कि सड़क में गड्ढा है या गड्ढे में सड़क ? ऐसे में एक बार कभी लालू प्रसाद यादव ने वादा किया वो बिहार की सड़कों को हेमा मालिनी की गाल बना देंगे। हांलाकि दशकों पहले कही गयी इस बात पर ड्रीम गर्ल हेमा पर क्या असर पड़ा इस पर उन्होंने कभी खुलकर प्रतिक्रिया नहीं दी। लेकिन लोगों के बीच इसपर जमकर चर्चा और बहस होती थी। हेमा के फैन और दूसरे चाहनेवाले इसे बुरे अर्थ में भी लेते थे और इस तरह के बयान देनेवाले को कोसते थे।
हेमा मालिनी का शास्त्रीय नृत्य का कार्यक्रम था
इससे इतर पटना में एक खास मंच जब सजा दिखा और मौजूद लोगों ने नजारा देखा तो सहज ही उसे पचा पाना मुश्किल लग रहा था। दरअसल मंच पर सजी संवरी अदाकारा भाजपा राज्यसभा सांसद हेमा मालिनी मौजूद थी और साथ में थे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद। वही लालू जो हेमा की गाल को बिहार की सडकों से जोड़कर अपना भाषण दिया करते थे। खैर मंच पर हेमा आयी और जमकर उनका स्वागत लालू परिवार ने किया , उपमुख्यमंत्री तेजस्वी ने शाल देकर सम्मानित किया तो लालू ने भी हेमा का सम्मान किया।
लालू के अनुरोध पर आईं हेमा
एक संस्था द्वारा आयोजित इस दिवाली मिलन की संगीतमय सांस्कृतिक संध्या में हेमा मालिनी ने बेहतरीन शास्त्रीय नृत्य पेश किया। और इसी दौरान इस राज से भी पर्दा उठा कि कैसे लालू के बुलावे पर हेमा दौड़ी पटना चली आयी ? यूँ तो हेमा कई बार पटना और बिहार आ चुकी है , कभी भाजपा के चुनाव प्रचार हेतु तो कभी अपने नृत्य के शौक और पेशे के लिए। परंतु इस बार जब संस्था ने अपने खास दिवाली की शाम को सजाने के लिए आमंत्रित करना चाहा तो हेमा ने इंकार कर दिया। ऐसे में आयोजक पहुंचे लालू के पास और लालू ने हेमा से बात की और हेमा तैयार हो गयी पटने के लिए। ये सारा वाकया खुद लालू के बेटे ने बताया।
हेमा जी आपको नहीं पता कितना प्यार करते हैं हम आपको
बाद में खुद लालू ने ये भी राज खोला कि दरअसल लालू ने ही हेमा को बुलाने की सलाह भी दी थी। लालू ने हेमा के नृत्य की सराहना की अपने भाषण हेमा मालिनी की तारीफ के पुल बांध दिए और कहा कि ‘’हेमा मालिनी जी के नाम पर हम अपनी बेटी का नाम रखे हैं. हेमा जी को नहीं पता है हम इतना प्यार करते हैं आपको।”
अब हेमा का पटना आना और उससे लालू को जोड़ने का काम विश्लेषक -चिंतक जिस तरह से करना चाहे करे पर इतना तो तय है कि बसंती का जलवा आज भी बरकरार है।