लोहिया के लंबरदार मुलायम सिंह यादव पिछले 50 साल से राजनीतिक अखाड़े में धुरंधरों को चित करते रहे हैं। कुश्ती के दांव की तरह ही राजनीतिक दांव चलने में माहिर मुलायम सिंह को इस बार उनके बेटे ने धोबिया पाट दिया है। पिछले कुछ समय से चले आ रहे पारिवारिक घमासान आज चरम पर है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने चाचा और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव को राजनीितक अखाड़े में फ्री स्टाइल कुश्ती की तरह उठाकर बाहर फेंक दिया है। शिवपाल यादव के मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए जाने के बाद कई वरिष्ठ पत्रकारों न फेसबुक और ट्वीटर पर चुटकी ली है
इंडिया न्यूज के मैनेजिंग एडिटर राणा यशवंत ने लिखा
चाणक्य ने कहीं लिखा है कि राजा संबंध में फंसा तो यह सत्ता के लिए खतरनाक हो सकता है। अखिलेश को यह बात समझ आ गई है। यूपी में नया चेहरा किसी पार्टी में नहीं है। थकेलों को ढोते-ढोते यूपी की जनता थक भी गई है। शिवपाल, आज़म और अमर जैसे बोल-बहादुरों के पीछे बकलोल भीड़ खत्म हो रही है। अगर आज के नौजवानों और तेजी से बदलते समाज में कोई नेता फिट बैठता है तो वो अखिलेश हैं। हो सकता है कि इसबार मुंह के बल गिरें, लेकिन अगली बार ६० पार सारे नेताओं को जनता तड़ी पार कर सकती है. समय से पहले समय को समझना ही समझदारी है। शिवपाल को निकाला, बाकी सड़ांध भी निकाल ही दें तो अच्छा है.
वरिष्ठ पत्रकार और एबीपी न्यूज में वरिष्ठ पद पर कार्यरत मनोज मलयानिल कहते हैं
अखिलेश यादव ने भले अपने चाचा शिवपाल को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया हो पर दरअसल अखिलेश ने ऐसा करके अपने चाचा ही नहीं अपने पापा (मुलायम) को भी उठाकर फेंक दिया है! मंत्रिमंडल से शिवपाल यादव बर्खास्त।
इतना ही नहीं मनोज ने थोड़ी देर बाद फिर लिखा
मुलायम सिंह बड़े पहलवान माने जाते रहे हैं लेकिन बेटा अखिलेश उनसे भी बड़ा पहलवान निकले जिनकी दाँव से यूपी की राजनीति के अखाड़े में मुलायम सिंह चित हो गए हैं!
वरिष्ठ पत्रकार और एनडीटीवी में वरिष्ठ पद पर कार्यरत अखिलेश शर्मा ने एक के बाद एक चुटकी ली
१ः अखिलेश सरकार से जिस रफ़्तार से मंत्री अंदर-बाहर जाते हैं, बेहतर होगा राज्यपाल हर शाम शपथ दिलाने का कार्यक्रम रखें और हर सुबह इस्तीफा लेने का
२ः लखनऊ राजभवन के बाहर लगा नया बोर्ड:
इस्तीफे लेने का समय सुबह 9-11
शपथ लेने का समय शाम 4-6
नोट: दोपहर में बर्खास्तगी कर आराम में ख़लल न डालें
३ः इस बीच लखनऊ में नेमप्लेट बनाने वालों ने हड़ताल कर दी है। कहते हैं हम मंत्रियों के नाम के आगे पूर्व लिख कर और हटा कर तंग आ चुके हैं!!
मीडिया सरकार के सीईओ अनुरंजन झा ने लिखा
हमारे यहां भोजपुरी में कहावत है – चाचा चोर भतीजा पाजी, चाचा के मुड़ी(सिर) पर जूता बाजी …अखिलेश यादव ने गजब खेल दिखाया … एकदम फ्री स्टाइल ….