बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नेहरू मेमोरियल का नाम बदलने पर भाजपा और आरएसएस पर जमकर भड़ास निकाली है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा पूरे इतिहास को बदलना चाहती है, उन्हें देश के लिए काम करने में कोई दिलचस्पी नहीं है, वे आरएसएस के एजेंडे को लागू करना चाहते हैं। वे देश को तोड़ना चाहते हैं, वे इस देश पर सम्राट की तरह शासन करना चाहते हैं।
डिप्टी सीएम ने कहा कि ये लोग पूरे इतिहास को ही बदलना चाहते हैं, हमलोग तो पहले से ही बोल रहे हैं। इसमें नया क्या है? तेजस्वी ने कहा कि इन लोगों को (भाजपा को) काम करने से मतलब नहीं है। आरएसएस का अपना एजेंडा है, जिसको भाजपा संविधान की जगह लागू करना चाहती है।
डायवर्सिटी ही इस देश की खूबसूरती है, भाजपा इसे खत्म करना चाहती है: तेजस्वी
ये लोग देश को तोड़ना चाहते हैं, देश के लोगों के बीच से अमन-चैन छीनना चाहते हैं। डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि ये लोग लोगों में मतभेद पैदाकर नफरत फैलाना चाहते हैं।
राजद नेता ने आगे कहा कि डायवर्सिटी ही इस देश की खूबसूरती है, लेकिन भाजपा इसे खत्म करना चाहती है। ये लोग केवल राजा की तरह राज करना चाहते हैं।
तेजस्वी ने आगे कहा,
क्या मतलब है इसका, कई योजनाओं का इन्होंने नाम बदला और राज्यों पर इतना भार डाल दिया। योजनाओं में पहले 90 प्रतिशत हिस्सा केंद्र से मिलता था और 10 प्रतिशत राज्य को देना होता था। अब इन्होंने योजनाओं का नाम बदल दिया और हिस्सेदारी 50-50 प्रतिशत कर दी।
बिहार जैसे गरीब राज्य को 50 प्रतिशत हिस्सा देना पड़ता है। जिन संस्थाओं, शहरों या योजनाओं का नाम बदला है, इसमें काम क्या हुआ है, देश का क्या फायदा हुआ है।