कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि मेरा नाम सावरकर नहीं, गांधी है और गांधी कभी माफी नहीं मांगते। कांग्रेस मुख्यालय में शनिवार को मीडिया से बात करते हुए राहुल ने कहा, ”अदाणी मुद्दे पर लोकसभा में मेरे अगले भाषण से डरी सरकार ने इसे रोकने के लिए संसद की सदस्यता रद कराई है। बावजूद इसके यह सवाल मैं पूछता रहूंगा कि किसने अदाणी की शेल कंपनी में 20,000 करोड़ रुपये का निवेश किया?”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा पर वार करते हुए राहुल ने आरोप लगाया कि सरकार के लिए ‘देश अदाणी है और अदाणी देश’ है। सरकार-भाजपा के ओबीसी विरोधी आरोपों और सत्ता की धमकियों से नहीं डरने की ताल ठोकते हुए राहुल गांधी ने कहा कि सदस्यता की उन्हें परवाह नहीं। सरकार चाहे आजीवन अयोग्य ठहरा दे या जेल में डाल दे, वे डरने वाले नहीं, क्योंकि वे लोकतंत्र की आवाज बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। यह लड़ाई सच्चाई की है और उनकी तपस्या है। इसे वे किसी कीमत पर नहीं छोड़ेंगे।