भारत की संसद में बजट सत्र के दूसरे चरण का आज दूसरा दिन है. सत्र को लेकर रणनीति बनाने के लिए विपक्ष आज संयुक्त बैठक करने जा रहा है. वहीं, केंद्रीय एजेंसियों के कथित दुरूपयोग को लेकर अडानी मामले समेत अन्य मुद्दों पर विपक्ष केंद्र को घेरता हुआ दिखाई दे रहा है. 10:00 बजे कांग्रेस नेताओं और विपक्ष के नेताओं के साथ मल्लिकार्जुन खड़गे बैठक करने वाले हैं.
विपक्षी पार्टियां भी आज कार्यस्थगन का नोटिस दे सकती हैं. आम आदमी पार्टी ने इसकी शुरुआत कर दी है. राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने इस संदर्भ में अपना नोटिस भेज दिया है.
कांग्रेस नेता के. सुरेश ने सत्र शुरु होने से पहले कहा था कि उनकी पार्टी अडाणी-हिंडनबर्ग मुद्दे को उठाना जारी रखेगी और सरकार से सवाल पूछेगी क्योंकि सत्र के पहले चरण में इस बारे में सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया था.
विपक्षी दल आज प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा विपक्षी नेताओं पर छापा मारने के मुद्दे को भी उठा सकते हैं. विपक्षी दलों ने गैर बीजेपी शासित राज्यों की सरकारों के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों के दुरूपयोग का आरोप लगाते हुए इस मुद्दे पर बीजेपी की आलोचना की है.
संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने बताया कि सरकार की प्राथमिकता वित्त विधेयक को पारित करने की है. उन्होंने कहा, सत्र के दूसरे चरण में रेलवे, पंचायती राज, पर्यटन, संस्कृति, स्वास्थ्य सहित कई मंत्रालयों से जुड़ी अनुदान की मांगों पर चर्चा होगी.
उन्होंने कहा कि बाद में विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के लिए प्रस्तावित अनुदानों की मांगों एवं उनसे संबंधित विनियोग विधेयक को गिलोटिन (बिना चर्चा के) के माध्यम से मंजूरी दी जायेगी.