यूपी के चुनाव में नेताओं की कलाबाजी के साथ साथ कोरोना भी कलाबाजी खा रहा है। देश में कोरोना की तीसरी लहर में जहां एक दिन का आंकड़ा 3 लाख को पार कर गया है वहीं चुनावी राज्यों के कई जिले हैं जहां कोरोना के मामले कम होते जा रहे हैँ, दिलचस्प ये भी है कि जिन इलाकों में पहले और दूसरे दौर की वोटिंग है वहां आंकड़े और कम हो रहे हैं। पहले वोटिंग वाले इलाको में रिकवरी रेट ने चुनाव की घोषणा के बाद से जबरदस्त छलांग लगाई है। यहां रिकवरी रेट 10 फीसदी से बढ़कर 170 फीसदी हो चुका है। पूरे यूपी में एक हफ्ते में रिकवरी रेट 5 फीसदी से बढ़कर 67 फीसदी हो चुका है।
इतना ही नहीं अब तो नेता सुबर कोरोना पॉजिटिव रहते हैं और शाम में पार्टी बदलते ही निगेटिव हो जाते हैँ। चार बार के सांसद और बार-बार पार्टी बदलने वाले हरियाणा-उत्तर प्रदेश के गुर्जर नेता अवतार सिंह भड़ाना का ने इस अवतार में सबको मात दे दिया है। पिछले 10 दिनों में अवतार सिंह के कई अवतार दिखे, पहले बीजेपी फिर राष्ट्रीय लोकदल का दामन थामा और समाजवादी पार्टी के गठबंधन में जेवर सीट से दावेदारी कर दी। अचानक गुरुवार की सुबह कोरोना पाजिटिव हो गए और उनके वकील नामांकन वापस लेने पहुंच गए, घोषणा कर दी गई कि वो चुनाव नहीं लड़ेंगे क्यूंकि होम आइसोलेट हैं। अंदरखाने में कुछ चर्चा चल रही थी जो शाम तक नहीं पक पाई और शाम में फिर अवतार सिंह कोरोना निगेटिव हो गए। यानी वो मैदान में डटे हुए हैँ। साफ है नेता यूपी में कोरोना को अपने अपने हिसाब से हांक रहे हैं। कोरोना भी सोच रहा होगा जहां उसने पूरी दुनिया की नाक में दम कर रखा है वहां भारत में चुनाव प्रदेश में नेता और पब्लिक उसे नाको चने चबवा देते हैं। है न कमाल की बात।