डेल्टा वैरिएंट ही कोरोना की तीसरी लहर हो सकती है।माना जा रहा है यह लहर सबसे खरनाक होती जा रही है।कुछ एक्सपर्टों ने दावा किया है कि हर्ड इम्युनिटी भी इस वैरिएंट को रोकने में नाकाम हो सकती है।ऐसे में संक्रमण कितने दिन तक रहेगा यह कहना मुश्किल है।
ऑक्सफोर्ड वैक्सीन ग्रुप के प्रमुख प्रोफेसर एंड्रयू पोलार्ड ने मंगलवार को ब्रिटेन के ऑल पार्टी पार्लियामेंट्री ग्रुप की मीटिंग में ये बातें कहीं कि महामारी बहुत तेजी से अपना रूप बदल रही है।ऐसे में संक्रमण को कंट्रोल कर पाना बहुत मुश्किल हो सकती है।
प्रो पोलार्ड ने कहा, ‘ हमारे पास ऐसा कुछ नहीं है जो संक्रमण को फैलने से रोक सके।इस लिए मुझे लगता है कि हम ऐसी स्थिति में हैं कि जहाँ हार्ड इम्यूनिटी सम्भव नहीं है।मुझे आशा है कि यह वायरस नया स्वरूप पैसा करेगा जो टीका लगवा चुके लोगों को भी संक्रमित करने में सक्षम हो सकता है।’
बता दें डेल्टा वैरिएंट सबसे पहले भारत में ही मिला था।दूसरी लहर में सबसे खतरनाक प्रभाव को देखते हुए यह कहाँ जा सकता है कि तीसरी लहर आएगी ही।और इन सबकी सबसे बड़ी वजह डेल्टा वैरिएंट होगी।यह वैरिएंट एक से दूसरे आदमी बहुत जल्दी फैल रहा है।अब तक 150 से ज्यादा देशों में फैल चुका है।