केद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को बेंगलुरु में बजट के उपरांत चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स के सदस्यों के साथ एक चर्चा में भाग लिया। इस चर्चा के दौरान वित्त मंत्री ने कहा भारत के विकास में राज्य और केंद्र दोनों को संयुक्त प्रयास करना होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि विकास को बिना प्रभावित किए वित्तीय प्रबंधन पर ध्यान होगा।
कोरोना काल में प्राइवेट सेक्टर ने दुनिया की नजर में देश की छवी सुधारने का किया काम
वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि देश में कोरोना काल के दौरान प्राइवेट सेक्टर की कंपनियों ने दुनिया की नजर में देश की छवी को सुधारने में अहम भूमिका निभाई है। इसका बड़ा उदाहरण ‘कोविड वैक्सीन’ का इजाद किया जाना है, जिसे भारत वर्तमान में 100 से भी अधिक देशों को उपलब्ध करवा रहा है।
वैक्सीन के निर्माण, रिसर्च पर तेजी से हुआ काम
उन्होंने कहा कि प्राइवेट सेक्टर की बदौलत ही वैक्सीन के निर्माण, रिसर्च और उत्पादन संबंधी महत्वपूर्ण कार्य तेजी से सम्पन्न हो सके। यह सरकार के लिए अकेले कर पाना संभव नहीं था।
प्राइवेट सेक्टर की कंपनियों ने ऐसे समय में आगे आकर सरकार के साथ मिलकर काम किया जब पूरा विश्व कोरोना महामारी से जूझ रहा था। प्राइवेट सेक्टर की कंपनियों द्वारा उठाए गए इस कदम ने साबित कर दिखाया कि यह जीवन रक्षक दृष्टिकोण की दिशा में उठाया गया उनका कितना महत्वपूर्ण कदम है।
गौरतलब हो देश में अब तक 1 करोड़ 10 लाख से अधिक लोगो को वैक्सीन दी जा चुकी है। वहीं 1 करोड़ 6 लाख 89 हजार से अधिक लोग स्वस्थ हो चुके हैं। देश में अब रिकवरी रेट बढ़कर 97.25 प्रतिशत हो गई है तो वहीं कोरोना की मृत्यु दर 1.42 प्रतिशत पर बरकरार है।