नए कृषि कानूनों के विरोध में आज बुलाए गए भारत बंद का असर दिखने लगा है. कई राज्यों में विपक्षी पार्टियों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है. साथ ही कई जगहों पर रेल यातायात बाधित करके चक्का जाम करने की कोशिश हो रही है. पश्चिम बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में लेफ्ट पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने ट्रेन रोक दी हैं. वहीं कई जगह सड़के बंद करके केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी हो रही है. हरियाणा और पंजाब में भी बंद का व्यापक असर दिख रहा है. किसान संगठनों के साथ विपक्ष की मांग है कि सरकार इन नए कृषि कानूनों को तुरंत वापस ले.
राजद और शिवसेना का भी समर्थन
बिहार में आरजेडी कार्यकर्ताओं ने गंज चौक, दरभंगा में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। पश्चिम बंगाल के ट्रेड यूनियन्स ने किसानों के समर्थन में विरोध प्रदर्शन किया। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि किसानों के साथ खड़ा होना भावनाओं से जुड़ा है।
क्या क्या रहेगा बन्द?
किसानों के ‘भारत बंद’ का असर कई राज्यों में पड़ सकता है। इस बंद में कैब और टैक्सी चालक भी शामिल हो रहे हैं इसलिए आपको दिल्ली एनसीआर में कैब के लिए जद्दोजेहद करनी पड़ सकती है। मंडी समितियों ने भी बंद का सपोर्ट करने का फैसला किया है ऐसे में फल और सब्जियों की सप्लाई कम हो सकती है। नोएडा से दिल्ली के लिए रोडवेज की सेवाएँ बंद रहेंगी। इसके चक्का जाम होने की वजह से दूध और जरूरी सामान की आपूर्ति भी बाधित हो सकती है। किसान नेता बलबीर सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ऐलान किया था कि मंगलवार को सुबह 11 बजे से शाम के 3 बजे तक चक्का जाम किया जाएगा।
देशभर में बाजार खुले रहेंगे। ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट वेलफेयर असोसिएशन के मुताबिक यातायात की सुविधाएं सामान्य रहेंगी। इमर्जेंसी सेवाएं जारी रहेंगी। अस्पताल खुले रहेंगे और मेट्रो सेवा पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। दिल्ली से नोएडा या नोएडा से दिल्ली आनें जाने वाले लोग सामान्य रूप से मेट्रो का इस्तेमाल कर सकते हैं।