Report : Hiralal Prasad, Special Correspondent
दिल्ली की निजी कंपनी ने अंडमान और निकोबार में फंसे झारखंड के प्रवासी मजदूरों को चार्टर्ड फ्लाइट से वापस राज्य भेजने की पेशकश की है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने बुधवार को एक बयान जारी कर इसकी पुष्टि की। इसके मुताबिक, कंपनी 4 जून को पोर्ट ब्लेयर से चार्टर्ड फ्लाइट के जरिए इन श्रमिकों को भेजेगी।
दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कॉरपोरेट हाउसेस से मदद मांगी थी
इससे पहले, सरकार ने लेह और अंडमान- निकोबार द्वीप समूह में फंसे राज्य के श्रमिकों को एयरलिफ्ट कर अलग-अलग दो बैच में झारखंड पहुंचाया था। शनिवार को 180 प्रवासी श्रमिक फ्लाइट के जरिए झारखंड लौटे थे। एक दिन पहले, लेह में सीमा सड़क संगठन की परियोजना में लगे 60 प्रवासी कामगार फ्लाइट के जरिए झारखंड लौटे थे।
अमित शाह से भी हेमंत सोरेन ने बात की थी
मुख्यमंत्री सोरेन ने लद्दाख, उत्तर पूर्वी राज्यों में फंसे श्रमिकों के मुद्दे पर 21 मई को गृह मंत्री अमित शाह से बात की थी। उन्होंने शाह से श्रमिकों को वापस लाने के लिए हवाई यात्रा की अनुमति देने की गुजारिश की थी। राज्य सरकार साढ़े सात लाख रजिस्टर्ड प्रवासी मजदूरों में से साढ़े चार लाख को अब तक उनके गृह जिलों तक पहुंचा चुकी है।