भारत में जबसे कोरोना वायरस ने दस्तक दी है तब से महाराष्ट्र नंबर वन बना हुआ है। मुंबई देश का कोरोना कैपिटल बना हुआ है और उसमें भी धारावी सबसे बड़े हॉटस्पॉट के रूप में सामने आया। यहां लगातार मामले बढ़ते जा रहे थे, लेकिन अब यहां से राहतभरी खबर आई है। धारावी में शनिवार और रविवार को कोरोना वायरस के महज दस मामले सामने आए जिसके बाद माना जा रहा है कि यहां इस वायरस की रफ्तार धीमी होती जा रही है।
छह दिनों में गिरी है नए मरीजों की रफ्तार
पिछले छह दिनों से धारावी में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. पहले जहां हर दिन आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा था, वहीं अब पिछले कुछ दिनों से लगातार मामले कम होते नजर आ रहे हैं। धारावी में छह और 7 जून को जहां 10 मामले सामने आए थे, वहीं पांच जून को 17, चार जून को 23, तीन जून को 19 और दो जून को 25 मामले सामने आए थे। गिरते मामलों का यह आंकड़ा बेहद सकारात्मक है जो बता रहा है कि धारावी में स्थिति अब कंट्रोल में आती दिखाई दे रही है। शनिवार को दस मामले आने से पहले सबसे कम 13 मामले 27 अप्रैल को आए थे। वहीं 30 मई से अब तक धारावी में किसी मरीज की मौत भी नहीं हुई है।
सख्ती और सेनेटाइजेश से हो रहा है सुधार
धारावी से आ रहे सकारात्मक आंकड़े प्रशासन को अपनी पीठ थपथपाने का मौका दे रहे हैं। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि स्थिति पूरी तरह से कंट्रोल में है। प्रशासन का कहना है कि प्रॉपर स्क्रीनिंग, अच्छी मेडिकल फैसिलिटी और सैनिटाइजेशन के लिए किए गए इंतजामों की वजह से आंकड़ों में सुधार आया है।
गौरतलब है कि धारावी एशिया का सबसे बड़ा स्लम इलाका है, जहां बेहद कम इलाके में सघन आबादी रहती है। कोरोना की शुरुआत के साथ ही यहां मामले बढ़ते दिखाई दिए थे। जिसके बाद बाद प्रशासन सतर्क हुआ और यहां लोगों की बड़ी संख्या में स्क्रीनिंग हुई। लोगों पर नजर रखी गई। यह भी चर्चा है कि क्योंकि धारावी से बड़े पैमाने पर लोग वापस पलायन अपने गांव घर चले गए हैं तो आंकड़े कम होने का एक बड़ा कारण यह भी है।