Report : Priyanka Goswami
दिल्ली में बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच सीएम अरविंद केजरीवाल ने सर गंगाराम अस्पताल के खिलाफ महामारी एक्ट के तहत केस दर्ज करा दिया है। डिजिटल प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने प्राइवेट अस्पतालों को चेतवानी देते हुए कहा कि आप गलत हरकत कर रहे हैं। कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उसके कुछ ही देर बार गंगाराम के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया।
ऐप के बहाने केजरीवाल ने टालमटोल भी किया
केजरीवाल ने कहा कि अस्पताल पहले शिकायत करते थे कि बेड नहीं है, लेकिन ज्यादा कहने पर 20 से 50 हजार की मांग करते थे। उन्होंने कहा ऐसी ही शिकायतों के समाधान के लिए दिल्ली सरकार ने एप लॉन्च की। हमने एप में सारी जानकारी डाल दी कि कहां बेड खाली हैं और कहां नहीं लेकिन लोग ऐसे टूट पड़े जैसे कि हमने यह जानकारी देकर गड़बड़ी कर दी।
न्यूज़ चैनल का हवाला
न्यूज चैनल का हवाला देते हुए सीएम ने कहा कि एक न्यूज एंकर लाइव कार्यक्रम में प्राइवेट अस्पताल को फोन करता है, अस्पताल उससे दाखिले के एवज में पैसों की मांग करता है। सीएम के अनुसार कुछ लोगों ने माफिया बनाया हुआ था उसको तोड़ने में थोड़ा समय लग रहा है। कुछ चंद अस्पताल इतने ताकतवर हो गए हैं कि उनकी सभी पार्टियों में पहुंच है। वह कह रहे हैं कि हम मरीज नहीं लेंगे तो मैं कह रहा हूं कि मरीज तो लेने पड़ेंगे आपको। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि आपको सस्ती दर पर जमीन इसलिए दी गई थी ताकि आप जनता की सेवा करें.
सख्त लहजे में दी चेतावनी, क्या होगा असर ?
अरविंद केजरीवाल ने प्राइवेट अस्पतालों से सख्त लहजे में कहा कि किसी को बख्शा नहीं जाएगा, इस गुमान में मत रहना कि दूसरी पार्टी में बैठा कोई नेता आपका आका आपको बचा लेगा। हम एक-एक अस्पताल के मालिक को बुला रहे हैं सब से पूछा जा रहा है। अस्पतालों को कहा गया है कि 20 सीसी बेड रिजर्व करो। उन्होंने कहा कि कुछ अस्पतालों की समस्या सही होती है, हम उसको मान लेते हैं। लेकिन कोरोनावायरस का इलाज करना पड़ेगा इसमें कोई समझौता नहीं होगा। मुझे खुशी है कि न्यूज़ चैनल वाले और अखबार वाले 11 अस्पताल को फोन करके पूछ रहे हैं कि बेड है या नहीं, इससे फायदा भी हो रहा है।
सरकार का व्यक्ति हर अस्पताल में मौजूद रहेगा
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर यह अस्पताल नहीं माने तो हम सख्त कार्रवाई करेंगे । दिल्ली सरकार का एक प्रोफेशनल अस्पताल के अंदर मौजूद रहेगा जो जानकारी देगा कि बेड हैं या नहीं। अब हम आदेश निकाल रहे हैं कि किसी भी संदिग्ध को कोई अस्पताल मना नहीं करेगा। अस्पताल खुद उस मरीज का टेस्ट कराएगा और जैसा भी नतीजा होगा उस हिसाब से उसको इलाज दिया जाएगा.
जांच में कोताही पर कार्रवाई
उन्होंने मीडिया में चल रही रिपोर्ट्स का हवाला देकर कहा कि कुछ लोग मीडिया में चला रहे हैं कि दिल्ली में टेस्टिंग बंद हो गई है। सीएम केजरीवाल के अनुसार 6 ने बदमाशी की तो उन पर कार्रवाई की गई। सभी सरकारी अस्पतालों और प्राइवेट अस्पतालों ने भी फ्लू क्लीनिक बनाए हैं जहां पर टेस्ट हो रहे हैं। इसके अलावा दिल्ली सरकार के 17 सेंटर है जहां टेस्ट हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा टेस्ट दिल्ली में हो रहे हैं। हमारी प्राथमिकता लोगों को बचाने की है। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर सभी बिना लक्षण वाले लोग अपने टेस्ट कराने पहुंच जाएंगे तो सिस्टम धराशाई हो जाएगा। बिना लक्षण वाले और हल्के लक्षण वाले लोग तो ठीक हो ही जाएंगे.