Report : Media Sarkar Bureau
कोरोना वायरस के इलाज को लेकर पूरी दुनिया के डॉक्टर और वैज्ञानिक दवा की खोज में जुटे है | इसी बीच एक अच्छी खबर आई है। अनुसंधानकर्ताओं ने एक स्टडी के जरिए ये दिखाया है कि कोरोना वायरस को विटामिन रिबोफ्लेविन और पराबैंगनी किरणों के संपर्क में लाया जाए तो ये मानव प्लाज्मा और रक्त उत्पादों (जैसे रेड ब्लड सेल्स, प्लेटलेट्स, प्लाज्मा इत्यादि) में वायरस की मात्रा को कम करते है।
ये एक बड़ी उपलब्धि है
ये एक ऐसी उपलब्धि है जिससे खून चढ़ाए जाने के दौरान वायरस के प्रसार की आशंका को घटाने में मदद मिलेगी। हालांकि, अमेरिका की कोलोराडो स्टेट यूनिवर्सिटी (सीएसयू) के वैज्ञानिकों ने कहा है कि ये अब भी पता नहीं चल सका है कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के लिए जिम्मेदार कोरोना वायरस या सार्स-CoV-2 खून चढ़ाए जाने से फैलता है या नहीं।