Report : Media Sarkar Bureau
देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच राहत की खबर है कि इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IIIT) सूरत के दो इंजीनियर छात्रों ने मिलकर कोरोना के संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिंग के लिए एक मशीन तैयार की है। आईआईआईटी सूरत के डीन ने भी मानव संसाधन मंत्रालय को इसके इस्तेमाल के लिए प्रस्ताव भेजा है। अगर यह प्रस्ताव सफल होता है तो स्कैनिंग कार्य में जुड़े लोगों को काफी राहत मिल सकती है।
एकता अरोड़ा और कृष्ण ओझा ने बनाई ये मशीन
इसे रोपड़ (पंजाब) की रहने वाली इलेक्ट्रॉनिक्स व कंप्यूटर साइंस की छात्रा एकता अरोड़ा और बीकानेर के रहने वाले छात्र कृष्ण ओझा ने तैयार किया है। इस मशीन को कोविड-19 स्कैनर नाम दिया है। यह मशीन स्क्रीनिंग कर कोरोना लक्षण मिलने पर तुरंत क्वारंटाइन करने के संकेत दे देगी। इसके बाद डॉक्टर व पैरा मेडिकल स्टाफ इस मरीज के सैंपल लेकर जांच के लिए भेज सकते हैं।
25 दिन में बनी ये मशीन
मशीन के बारे में एकता अरोड़ा ने बताया कि इस मशीन को बनाने में दोनों दोस्तों को करीब 25 दिन लगे हैं। इस मशीन से लोगों की डेढ़ मिनट में स्क्रीनिंग हो जाएगी। इसके लिए मशीन को छूने की जरूरत नहीं है। उन्होंने बताया कि मशीन से 50 सेंटीमीटर की दूरी पर संदिग्ध को खड़ा करने से जांच हो जाएगी। ये जांच होने के बाद पूरी जानकारी दे देगी।