Report : Hiralal Prasad
देश में कोरोना मरीजों का आंकड़ा दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। पिछले 24 घंटे के अंदर 11 हजार 156 नए मामले सामने आए हैं और 274 लोगों की मौत हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अपडेट के मुताबिक, कुल मरीजों का आंकड़ा 2 लाख 87 हजार को पार कर गया है और 8 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना से सबसे अधिक महाराष्ट्र और दिल्ली प्रभावित हैं। इन दोनों प्रदेशों में कुल मरीजों की संख्या 1 लाख 25 हजार से अधिक है।
राहत की भी है खबर
खास बात है कि एक्टिव मरीजों की संख्या से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या अधिक हो गई है। कोरोना से अब तक 1 लाख 40 हजार से अधिक लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि देश में एक्टिव केस की संख्या 1 लाख 38 हजार है। कोरोना से सबसे अधिक महाराष्ट्र और दिल्ली प्रभावित हैं। इन दोनों प्रदेशों में कुल मरीजों की संख्या 1 लाख 25 हजार से अधिक है।
दिल्ली में कोरोना के मामले अब 33 हजार के पास पहुंच गए हैं। इस वायरस ने राजधानी में कुल 980 लोगों की जान ले ली है। 24 घंटे में ही दिल्ली में साढ़े 13 सौ से ज्यादा नए केस आ गए, वहीं मुंबई में कोरोना के मामले 52 हजार से ज्यादा हो गए। यहां अब तक 17 सौ से ज्यादा की मौत हो चुकी है। अगर पूरे महाराष्ट्र की बात की जाए तो यहां कुल मरीजों का आंकड़ा 94 हजार को पार कर गया है। अब तक महाराष्ट्र में 3400 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 44 हजार से अधिक लोग ठीक हो चुके है. अभी महाराष्ट्र में एक्टिव केस की संख्या 46 हजार है।
महाराष्ट्र में है बदहाल व्यवस्था
महाराष्ट्र में हालात बहुत ही खराब हो चुके हैं। महाराष्ट्र के जलगांव सिविल अस्पताल से बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां 80 साल की एक कोरोना पीड़ित महिला की लाश बाथरुम में मिली है जो 2 जून से लापता थीं। महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अगले ही दिन जब परिवार वालों को वो वार्ड में नहीं मिली तो मामला दर्ज कराया गया। अब आठ दिन बाद उस महिला की लाश अस्पताल के ही बाथरूम में मिली है। सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं।
दिल्ली में ज्यादा है ग्रोथ रेट
इस बीच एक आंकड़े ने दिल्लीवासियों की चिंता बढ़ा दी है. दरअसल, पिछले 7 दिनों में दिल्ली में कोरोना की ग्रोथ रेट 5.24 फीसदी है, जबकि मुंबई में कोरोना की ग्रोथ रेट 2.99 फीसदी। इस रफ्तार से 7 जुलाई तक मुंबई में कोरोना के मामले 1 लाख 18 हज़ार 4 होंगे, तो दिल्ली में 1 लाख 34 हज़ार 61 हो जाएंगे।
प्रवासियों की वापसी ने बढ़ाई है चिंता
इसके साथ ही ये भी पता चला है कि अप्रैल में कई राज्य जो कोरोना मुक्त हो चुके थे वहां फिर से मई महीने में कोरोना की रफ्तार बढ़ी और अब जून में भी जारी है। इन राज्यों में दूसरे राज्यों से लौटे लोगों में सत्तर फीसदी तक कोरोना के मामले मिले हैं। अभी भी देश के कई हिस्सों से बिहार और उत्तर प्रदेश के कामगारों का लौटना जारी है जो निश्चित तौर पर चिंता का विषय है।