केंद्र सरकार ने डेक्सामेथासोन दवा को कोरोना के इलाज में इस्तेमाल करने की मंजूरी दे दी है। इस दवा का इस्तेमाल सूजन को कम करने के लिए किया जाता है। जिन मरीजों को ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत होगी, उन्हें ये दवा दी जाएगी। डेक्सामेथासोन का इस्तेमाल मेथाइल-प्रेडनिस-लोन के विकल्प के तौर पर किया जाएगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी डेक्सामेथासोन के प्रोडक्शन को बढ़ाने के लिए कहा है।
ब्रिटिश क्लीनिकल ट्रायल में इसे सफल पाया गया था
कुछ दिन पहले ब्रिटिश क्लीनिकल ट्रायल में पाया गया था कि इस दवा में कोरोना के मरीजों की जान बचाने की क्षमता है। साथ ही दिल्ली में कोरोना के खिलाफ सेरोलॉजिकल सर्वे शुरू किया गया। इसके तहत, 20 हजार सैंपल लिए जाएंगे। सेरोलॉजिकल एक एंटीबॉडी टेस्ट है। इससे ये पता चलता है कि वायरस कितना फैला हुआ है। इसके तहत उन लोगों का सैंपल इकट्ठे किए जाएंगे, जो पहले से कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं या जो बिना लक्षण वाले मरीज हैं।
कोरोना संक्रमितों की संख्या 5 लाख 30 हजार
देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 5 लाख 30 हजार के करीब पहुंच गई है। भारत में पहले दो महीने से ज्यादा समय में 1 लाख कोरोना के मरीज सामने आए, फिर अगले दो लाख मरीज महज 21 दिनों में सामने आ गए थे। अब पिछले 15 दिनों में 2 लाख 30 हजार ने कोरोना मरीज सामने आए हैं। निश्चित तौर पर देश में हर रोज जांच की क्षमता भी बढाई जा रही है जिससे ज्यादा मरीज सामने आ रहे हैं लेकिन इससे ये भी साफ हो रहा है कि ये बीमारी देश को बुरी तरह जकड़ चुकी है। जहां भी जांच की रफ्तार बढ़ती है वहां से मामले सामने आ रहे हैं ऐसे में लोगों को और सतर्क होने की जरूरत है क्योंकि अब कोरोना के मामले उऩ्हीं इलाकों में कम दिख रहे हैं जहां अभी तक जांच बड़े पैमाने पर नहीं हो रही। देश में अभी तक तकरीबन 80 लाख लोगों की जांच की जा चुकी है। इन अस्सी लाख लोगों में 5 लाख से ज्यादा कोरोना से संक्रमित सामने आए हैं और उन संक्रमितों में से 15 हजार से ज्यादा लोगों की जान चुकी है।