Report : Priyanka Goswami
कोविड-19 के मरीजों को हेल्थ इंश्योरेंस के मामले में एक राहत की खबर आई है। भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (IRDAI) ने बीमा कंपनियों से कहा है कि वे मेडिकल इंश्योरेंस की पॉलिसी में टेलीमेडिसीन को भी कवर करें। इरडाई के निर्देश के मुताबिक ही कोरोना के इलाज को हेल्थ बीमा कवर में शामिल किया गया है, अब इसमें टेलीमेडिसीन को शामिल करने से मरीजों को और राहत मिलेगी।
द वेब रेडियो से साभार
क्या है टेलीमेडिसीन
टेलीमेडिसीन का मतलब यह है कि मरीज को घर बैठे ही डॉक्टर फोन से या व्हाट्सऐप या अन्य किसी ऑनलाइन तरीके से अपना परामर्श प्रदान करें। कोरोना के दौर में यह और भी जरूरी हो गई है, क्योंकि अब ज्यादातर डॉक्टर ऑनलाइन या फोन कॉल से सेवा देना चाह रहे हैं और इसके लिए चार्ज भी पेटीएम या अन्य तरीके से करते हैं।स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने टेलीमेडिसीन को ‘हेल्थकेयर सर्विस की डिलिवरी में शामिल किया है जिसमें सभी हेल्थकेयर प्रोफेशनल सूचना और संवाद की तकनीक का इस्तेमाल करते हुए लोगों और समुदायों के हित में काम करते हैं।’
IRDAI के आदेश
IRDAI ने कहा कि टेलीमेडिसीन सेवा 25 मार्च को जारी टेलीमेडिसीन प्रैक्टिस गाइडलाइन के अनुरूप होनी चाहिए। इससे बहुत से ऐसे हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसीधारकों को राहत मिली है जो इस कोरोना के दौर में ऑनलाइन या फोन कॉल के द्वारा डॉक्टर्स से परामर्श लेना चाहते हैं, ताकि वे किसी के डायरेक्ट टच में आने से बच जाएं. इससे कोरोना के हल्के सिम्प्टम्स वाले लोगों को भी राहत मिलेगी जिन्हें सरकार ने होम क्वारंटीन रहकर उपचार कराने को कहा है। गौरतलब है कि बहुत से निजी अस्पताल कोरोना के मरीजों को होम केयर पैकेज मुहैया कर रहे हैं जिसके तहत घर बैठे ही डॉक्टर की सलाह और नर्सों की केयरिंग प्रदान की जाती है।