सुप्रीम अदालत की संविधान पीठ ने सर्वसम्मति से अयोध्या जमीन विवाद पर अपना फैसला सुना दिया । सुप्रीम अदालत के फैसले के बाद देश के तमाम बड़े नेताओँ, कलाकारों और बुद्घिजीवियों की प्रतिक्रिया सामने आऩे लगीं। आइये हम भी देखते हैं इऩमें से चंद प्रमुख लोगों की प्रतिक्रिया कि आखिर सैकड़ों सालों के इस विवाद पर किसने क्या कहा ।
सुबह 10.30 बजे निर्धारित समय के अनुसार सुप्रीम अदालत के प्रमुख न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता में पांच जजों की संविधान पीठ का फैसला पढ़ा जाना शुरु हुआ। एक एक कर सभी बिंदुओं को समझाते हुए रंजन गोगोई ने सर्वसम्मति से लिए गए फैसले में कहा कि विवादित जमीन रामलला की है और मस्जिद के लिए अयोध्या में ही वैकल्पिक 5 एकड़ जमीन मुहैया कराई जाए।
फैसले के तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर देशवासियों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की।
देश के सर्वोच्च न्यायालय ने अयोध्या पर अपना फैसला सुना दिया है। इस फैसले को किसी की हार या जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।
रामभक्ति हो या रहीमभक्ति, ये समय हम सभी के लिए भारतभक्ति की भावना को सशक्त करने का है। देशवासियों से मेरी अपील है कि शांति, सद्भाव और एकता बनाए रखें।
— Narendra Modi (@narendramodi) November 9, 2019
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने ट्वीट के जरिए भाइचारा बनाए रखने की बात कही
अयोध्या मुद्दे पर भारत की सर्वोच्च अदालत ने फैसला दिया है। सभी पक्षों, समुदायों और नागरिकों को इस फ़ैसले का सम्मान करते हुए हमारी सदियों से चली आ रही मेलजोल की संस्कृति को बनाए रखना चाहिए। हम सबको एक होकर आपसी सौहार्द और भाईचारे को मजबूत करना होगा।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 9, 2019
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा –
सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मुद्दे पर अपना फैसला सुना दिया है। कोर्ट के इस फैसले का सम्मान करते हुए हम सब को आपसी सद्भाव बनाए रखना है। ये वक्त हम सभी भारतीयों के बीच बन्धुत्व,विश्वास और प्रेम का है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 9, 2019
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपनी बात रखते हुए एक भारत श्रेष्ठ भारत की बात कही
श्रीराम जन्मभूमि पर सर्वसम्मति से आये सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का मैं स्वागत करता हूँ।
मैं सभी समुदायों और धर्म के लोगों से अपील करता हूँ कि हम इस निर्णय को सहजता से स्वीकारते हुए शांति और सौहार्द से परिपूर्ण ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के अपने संकल्प के प्रति कटिबद्ध रहें।
— Amit Shah (@AmitShah) November 9, 2019