Report:Media Sarkar,Bureau
बिहार के सियासी गलियारे से बड़ी खबर आ रही है जहां आरएसएस नेताओं की सीएम नीतीश से मुलाकात हुई है।यह मुलाकात एक अणे मार्ग यानि कि मुख्यमंत्री आवास में हुई है।जानकारी से मुताबिक आरएसएस के सह संपर्क प्रमुख रामलाल और एक अन्य नेता ने सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की है।मुलाकात में बिहार की राजनीतिक स्थितियों पर चर्चा की खबर है।
आर एस एस नेता रामलाल भाजपा नेताओं से पहले ही मिल चुके हैं
गौरतलब है कि सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात से पहले आरएसएस सह संपर्क प्रमुख राम लाल ने रविवार को बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी के सरकारी आवास पर आरएसएस और बी जे पी के नेताओं की बड़ी बैठक ली थी।.बैठक की अध्यक्षता आर एस एस के सह संपर्क प्रमुख रामलाल ने की थी ।मीटिंग में कई केंद्रीय मंत्रियों के अलावे आर एस एस और बी जे पी से जुड़े कई बड़े नेता शामिल हुए थे. बैठक में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, नित्यानंद राय, अश्विनी चौबे, बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी, प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, समेत कई बड़े नेता शामिल हुए .आरएसएस के सह संपर्क प्रमुख रामलाल ने बीजेपी नेताओं और आर एस एस के बिहार से जुड़े कार्यकर्ताओं को आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कई टिप्स दिए .बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं और आर एस एस संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं को अभी से क्षेत्र में लग जाने का आह्वान किया .
भाजपा-जे डी यू के नेताओं के कई बयानों से आयी है तल्खी
बैठक में बिहार की ताजा राजनीतिक हालात और बीजेपी-जेडीयू के रिश्तों में आई तल्खी पर भी खास तौर पर चर्चा की गई।जानकार बताते हैं आरएसएस के सह संपर्क प्रमुख रामलाल ने पार्टी के नेताओं को आगे पूरी तरह से तैयार रहने को कहा है।
आगामी चुनाव को लेकर दोनो ही दलों की रणनीति को लेकर चर्चा
जानकारी हो कि जिसतरह से इन दिनो कई भाजपा नेताओं ने बयान दिये हैं उससे लगातार सियासी माहौल गरम हो गया है और भाजपा जे डी यू में टकराव के भी हालात बन गए हैं. केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह लगातार नीतीश कुमार पर हमलावर होते दिख रहे हैं साथ ही नीतीश कुमार ने भी गिरिराज सिंह पर जमकर हमला किया है . इसके एलावा संजय पासवान ने भी नेतृत्व के सवाल पर नीतीश कुमार पर सवाल उठाए हैं. ऐसे में आने वाले विधान सभा चुनाव के पहले भाजपा और जे डी यू दोनो को फूंक फूंक कर कदम रखने होंगे. आज की मुलाकात इन्ही सारे विंदुओं पर होने के मायने निकाले जा रहे हैं. देखना होगा कि आनेवाले समय में बिहार में एन डी ए के स्वरूप पर क्या असर पड़ता है ?