Report : Media Sarkar Bureau
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने देश में अर्थव्यवस्था की हालत बेहद चिंताजनक बताया। रविवार को उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का हर स्तर पर कुप्रबंधन इसके लिए जिम्मेदार है। नोटबंदी और जीएसटी जैसे फैसलों की वजह से हमारी अर्थव्यवस्था को नुकसान हुआ, हम उससे नहीं उबर पाए हैं।
मनमोहन ने कहा कि पिछली तिमाही में विकास दर का 5% होना, यह बताता है कि अर्थव्यवस्था मंदी की ओर जा रही है। भारत में तेज गति से विकास करने की क्षमता है। हमारा देश लगातार अर्थव्यवस्था के स्लोडाउन का जोखिम नहीं उठा सकता। इसलिए, मैं सरकार से आग्रह करता हूं कि वह बदले की राजनीति को छोड़े और इस संकट से बाहर निकालने के लिए ठोस कदम उठाए।
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 0.6% ग्रोथ चिंताजनक
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में सिर्फ 0.6% की ग्रोथ हुई, जो परेशान करने वाली है। हमारी अर्थव्यवस्था कुछ लोगों की गलतियों से नहीं उबर पाई है। निवेशकों की भावनाएं उदासीन हैं। अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए यह अच्छी खबर नहीं है।
30 अगस्त को आंकड़े जारी हुए थे
मोदी सरकार ने 30 अगस्त को जीडीपी के आंकड़े जारी किए थे। इनके मुताबिक, मौजूदा वित्त वर्ष (2019-20) की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में जीडीपी की विकास दर (ग्रोथ रेट) घटकर 5% रह गई। यह 6 साल (25 तिमाही) में सबसे कम है। इससे कम 4.3% जनवरी-मार्च 2013 में थी। अप्रैल-जून में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ में तेज गिरावट और कृषि सेक्टर में सुस्ती की वजह से जीडीपी ग्रोथ पर ज्यादा असर हुआ। जनवरी-मार्च में 3.1% थी। पिछले साल अप्रैल-जून में 12.1% थी।