Report: Sanjeev Kumar, Senior Journalist
चुनावी कड़वाहट भूल PM मोदी से मिलीं ममता बनर्जी, दिया बंगाल आने का न्योता, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने पीएम आवास पहुंची. इस दौरान सीएम ममता ने पीएम मोदी को मिठाई और कुर्ता दिया.साथ ही पीएम को बंगाल आने का भी न्योता दिया.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गृहमंत्री अमित शाह से मिलने की इच्छा जताई है. ममता ने गृहमंत्री से मिलने की इच्छा ऐसे वक्त जताई है जब सीबीआई कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के खिलाफ हथौड़ा चला रही है.
दरअसल, शारदा चिटफंड मामले में कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार का पता लगाने के लिए सीबीआई ने एक विशेष टीम का गठन किया है. साथ ही उनका पता लगाने के लिए सीबीआई कई जगहों पर छापेमारी भी कर रही है. सूत्रों के मुताबिक, राजीव कुमार को तीन बार समन भेजा गया है. वो अब तक हाजिर नहीं हुए हैं.
राजीव कुमार को एक बड़ा झटका देते हुए सीबीआई ने गैर जमानती वारंट (NBW) के लिए कोलकाता की अदालत का दरवाजा खटखटाया. सीबीआई ने राजीव कुमार के खिलाफ वारंट जारी करने के लिए बरासात कोर्ट के समक्ष याचिका दायर की है.
वहीं, कोलकाता हाई कोर्ट ने राजीव कुमार की अंतरिम जमानत की याचिका को शुक्रवार को खारिज कर दी थी. इसके बाद राजीव कुमार से सीबीआई का संपर्क नहीं हो पा रहा है.
वहीं, बुधवार को ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने पीएम आवास पहुंचीं. इस दौरान ममता ने पीएम मोदी को मिठाई और कुर्ता भेंट किया. साथ ही पीएम को बंगाल आने का भी न्योता दिया. पीएम मोदी से मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने कहा कि पीएम के साथ चर्चा अच्छी रही. दूसरे कार्यकाल में पीएम के रूप में कार्यभार संभालने के बाद मैं उनसे नहीं मिली थी.
ममता बनर्जी ने कहा कि मैंने राज्य के लिए 13500 करोड़ रुपये की मांग की है. साथ ही राज्य का नाम परिवर्तन करना भी लंबित है. हम उनके सुझाव को भी स्वीकार करने को तैयार हैं. ममता बनर्जी ने अपनी इस मुलाकात को चेयर टू चेयर मीटिंग बताया.
ममता बनर्जी इससे पहले कई मौकों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने से बचती रही हैं. मई में दूसरी बार चुनाव जीतने के बाद नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में ममता ने हिस्सा नहीं लिया था. इसके बाद जून में नीति आयोग की बैठक में ममता ने हिस्सा नहीं लिया.
फिर ‘एक देश एक चुनाव’ मसले पर बुलाई गई बैठक में भी ममता ने भाग नहीं लिया था. इससे पहले चुनाव से पहले भी प्रधानमंत्री मोदी ने मई में कहा था कि उन्होंने तूफान फानी पर चर्चा के लिए 2 बार ममता बनर्जी को फोन लगाया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया. तब ममता ने कहा था कि वह उन्हें (नरेंद्र मोदी) को देश का प्रधानमंत्री नहीं मानतीं.
सारी कड़वाहट को दरकिनार कर ममता मोदी से मिलकर काफी सारे मुद्दों पर बात किया और बंगाल आने का आमंत्रण भी दिया पर साथ ही एक बड़ा दर्द दे गयी विरोधी दलों को , आखिर ममता मोदी का आपर का डील क्या है . फिलहाल समस्या समय के गर्भ में है और इसे समझने के लिए इंतजार तो करना ही पड़ेगा .