Report: Media Sarkar, Bureau
हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) में पाकिस्तान की जेल में बंद पूर्व भारतीय नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव मामले की सुनवाई के दौरान भारत का प्रतिनिधित्व करने की एवज में फीस के तौर पर केवल एक रुपया लेना स्वीकार किया था। और वो हस्ती हैं हरीश साल्वे.साल्वे की वजह से पाकिस्तान इस मामले में चारो खाने चित्त हुआ और जिसतरह की मनमानी पाकिस्तान कुलभूषण के साथ कर रहा था उसपर अंकुश भी लगा.
इस पूरे अभियान मे एक सख्शियत ने अहम् रोल अदा किया झो अब इस दुनिया में नहीं रही.पर आज एक बार फिर उस समय उनकी यादें ताजा हो गयी जब उनके द्वारा किया गया वादा उनकी बेटी ने निभाया. बड़ा ही भावुक पल था वो हरीश साल्वे के लिये . दरअसल जिस दिन पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने हरीश साल्वे से आकर अपना एक रूपया फी ले जाने के कहा था उसी शाम सुषमा जी चल बसी. हालांकि अब वरिष्ठ वकील को उनकी बकाया फीस मिल गई है।हरीश साल्वे शुक्रवार को सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज से मिले। जिन्होंने उनकी बकाया राशि एक रुपया चुकी दी। वहीं स्वराज के पति कौशल स्वराज ने ट्वीट में कहा कि बांसुरी ने आज तुम्हारी अंतिम इच्छा पूरी कर दी है। कुलभूषण जाधव के केस की फीस का एक रुपया जो आप छोड़ गई थीं उसने आज हरीश साल्वे जी को भेंट कर दिया है।
सुषमा जी के जाने के बाद उनकी बेटी बांसुरी ने जब हरीश साल्वे को मां का दिये वादे के अनुसार एक रूपया दिया तो वो पल हरीश साल्वे के लिए खास बन गया.