Report:Media Sarkar,Bureau
राज्य में बारिश और नदियों में पानी के बढ़ने से रविवार को चार नदियों के बांध टूट गये. इसमें नालंदा जिले में तीन और जहानाबाद जिले में एक नदी का बांध शामिल है. इस कारण नदियों का पानी आसपास के इलाके में फैल गया है. ये सभी बांध जल संसाधन विभाग के हैं. विभाग ने राज्य भर में अपने अन्य बांधों को सुरक्षित होने का दावा किया है.
बिहार में बाढ़ के बाद अब बारिश से लोगों का हाल बेहाल है. राजधानी पटना के कई इलाकों में सड़कों के साथ-साथ घरों में पानी घुस गया है. सड़कों पर नावें चल रही हैं. राजधानी पटना समेत अन्य कई जिलों के स्कूल बंद कर दिये गये हैं. सूबे में हुए अलग-अलग हादसों में अब तक करीब दो दर्जन लोगों की मौतें हो चुकी हैं. दुकानें बंद होने से लोगों को जरूरी सामान खरीदना भी मुश्किल हो गया है. भारी बारिश का असर यातायात पर भी पड़ा है. एक ओर जहां कई ट्रेनें रद्द कर दी गयी हैं या डायवर्ट कर चलायी जा रही हैं, वहीं दूसरी ओर बारिश का असर सड़क यातायात पर भी पड़ा है. ट्रकों से सामान नहीं आने के कारण कई दुकानों में सामान खत्म हो गये हैं. वहीं, बारिश से फिलहाल राहत मिलने के कोई आसार नहीं हैं. चार और पांच को पूरे बिहार में फिर बारिश होगी. इसके अलावा एक से तीन अक्तूबर तक एक या दो बार कई इलाकों में बारिश होने के आसार हैं.
भागलपुर और आसपास के इलाकों में अभी राहत नहीं मिलनेवाली
मौसम विभाग ने उत्तर, पूर्व बिहार और मध्य बिहार के जिलों में अलर्ट जारी किया है. साथ ही अन्य जिलों में भी येलो अलर्ट जारी किया है. इनमें सुपौल, अररिया, किशनगंज, बांका, समस्तीपुर, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया, दरभंगा, भागलपुर, खगड़िया, कटिहार, वैशाली और मुंगेर शामिल है. औरंगाबाद और आसपास के इलाकों में आज सामान्य तौर पर बादल छाये रहेंगे. साथ ही औसत बारिश होगी. एक अक्तूबर से तीन अक्तूबर तक आसमान में आंशिक बादल छाये रहेंगे. साथ ही एक या दो बार गरज के साथ बौछार पड़ेगी. चार और पांच अक्तूबर को भी बारिश की संभावना है.भागलपुर और आसपास के इलाकों में अभी राहत नहीं मिलनेवाली है. आज आसमान में सामान्यत: बादल छाये रहेंगे. साथ ही औसत बारिश होने की संभावना है. एक अक्तूबर से तीन अक्तूबर तक आसमान में सामान्यत: बादल छाये रहेंगे. साथ ही एक या दो बार गरज के साथ बौछार पड़ने की संभावना है. चार और पांच अक्तूबर को भी बारिश की संभावना जतायी गयी है.
कोसी, महानंदा और परमान में होगी बढ़ोतरी
कोसी, महानंदा और परमान में होगी बढ़ोतरी : कोसी नदी का जल स्तर बसुआ में खतरे के निशान से 95 सेमी नीचे था, इसमें 21 सेमी बढ़ोतरी हो सकती है. बलतारा में यह खतरे के निशान से 101 सेंमी ऊपर था, इसमें 13 सेंमी बढ़ोतरी हो सकती है. कुरसेला में यह खतरे के निशान से 134 सेमी ऊपर था, इसमें 10 सेमी बढ़ाेतरी हो सकती है. महानंदा नदी का जल स्तर तैयबपुर में खतरे के निशान से 135 सेमी नीचे था, इसमें 75 सेमी बढ़ाेतरी हो सकती है. ढेगराघाट में यह खतरे के निशान से आठ सेमी नीचे था, इसमें 103 सेमी बढ़ोतरी हो सकती है.
झावा में यह खतरे के निशान से 88 सेमी नीचे था, इसमें 63 सेमी बढ़ोतरी हो सकती है. परमान नदी का जल स्तर अररिया में खतरे के निशान से 54 सेमी नीचे था, इसमें 64 सेमी की बढ़ोतरी हो सकती है.
पटना के गांधीघाट में गंगा लाल निशान से 82 सेमी ऊपर, अभी बढ़ेगा जल स्तर केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा नदी का जल स्तर रविवार सुबह बक्सर में खतरे के निशान से 24 सेमी नीचे था, इसमें सोमवार दोपहर तक छह सेमी बढ़ोतरी हो सकती है.
उपमुख्यमंत्री सहित 2 पूर्व मुख्यमंत्रियों के घर में घुसा पानी
NMCH अस्पताल में घुसा पानी
पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल में इलाज करा रहे मरीजों पर तो दोहरी मार पड़ी है. एक तो बीमार ऊपर से बाढ़ का कहर. बेड पर मरीज हैं और नीचे तक पानी भर आया है. कई वार्ड इसी तरह से जलमग्न हैं. डॉक्टर अस्पताल तक नहीं पहुंच पा रहे हैं और गंभीर मरीजों का ऑपरेशन तक टल गया है.