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ग्रेटा थनवर्ग, शायद ही कोई शख्स हो जो इस नाम को पहचानता ना हो। ये नाम आज किसी पहचान का मोहताज नहीं है। जलवायु परिवर्तन के खिलाफ आवाज उठाने वाली ग्रेटा ने पल भर में ही दुनियाभर के नेताओं पर गुस्सा जाहिर करते हुए सवाल किया कि आपकी हिम्मत कैसे हुई? ग्रेटा के इस सवाल का किसी नेता ने कोई जवाब नहीं दिया।
दरअसल, संयुक्त राष्ट्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भाषण देने से पहले 16 साल की ग्रेटा थनबर्ग ने अपने भाषण से लोगों को झकझोर दिया। अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ग्रेटा का वीडियो शेयर करते हुए उसे बहुत खुश युवा लड़की बताया। जलवायू परिवर्तन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यूएन में स्पीच से पहले 16 साल की एक ऐक्टिविस्ट ने दुनियाभर के नेताओं को अपनी चिंताओं और सवालों से झकझोर दिया। ग्रेटा थनवर्ग ने यूएन महासचिव के सामने वर्ल्ड लीडर्स से कहा कि आपने हमारे बचपन, हमारे सपनों को छीन लिया। आपकी हिम्मत कैसे हुई? तो सभी नि:शब्द थे
बच्ची भावुक थी और उसके शब्दों ने सबको झकझोर दिया। स्वीडन की 16 साल की पर्यावरण ऐक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने संयुक्त राष्ट्र की उच्चस्तरीय क्लाइमेट ऐक्शन समिट के दौरान UN महासचिव गुतारेस सहित दुनिया के बड़े नेताओं के समक्ष जब बोलना शुरू किया तो उन्हें अंदाजा नहीं था कि यह बच्ची अपने सवालों से सबको खामोश कर देगी। ग्रेटा ने दुनियाभर के बच्चों और आज की युवा पीढ़ी की आवाज को सामने रखते हुए कहा कि युवाओं को समझ में आ रहा है कि जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर आपने हमें छला है और अगर आपने कुछ नहीं किया तो युवा पीढ़ी आपको माफ नहीं करेगी। ग्रेटा के भाषण को संयुक्त राष्ट्र चीफ ने भी सराहा।
आंखों में आंसू और गुस्से में नजर आ रहीं ग्रेटा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘आपने हमारे सपने, हमारा बचपन अपने खोखले शब्दों से छीना। हालांकि, मैं अभी भी भाग्यशाली हूं। लेकिन लोग झेल रहे हैं, मर रहे हैं, पूरा ईको सिस्टम बर्बाद हो रहा है।’उन्होंने विश्व के नेताओं पर कुछ न करने का आरोप लगाया। अपने संबोधन के दौरान ग्रेटा भावुक हो गईं और कहा, ‘आपने हमें असफल कर दिया। युवा समझते हैं कि आपने हमें छला है। हम युवाओं की आंखें आप लोगों पर हैं और अगर आपने हमें फिर असफल किया तो हम आपको कभी माफ नहीं करेंगे। हम आपको जाने नहीं देंगे। आपको यहां इसी वक्त लाइन खींचनी होगी। दुनिया जग चुकी है और चीजें बदलने वाली हैं, चाहे आपको यह पसंद आए या न आए।’
- स्वीडन की ऐक्टिविस्ट ग्रेटा ने क्लाइमेट ऐक्शन पर वर्ल्ड लीडर्स से पूछे तीखे सवाल
- उन्होंने आरोप लगाया कि वर्ल्ड लीडर्स ने खोखले वादों से युवाओं को छला है
- ग्रेटा ने कहा कि लोग मर रहे हैं और पर्यावरण बर्बाद हो रहा है
- उन्होंने भावुक अपील करते हुए कहा कि आज और अभी एक लाइन खींची जाए.
जलवायु परिवर्तन पर बोले मोदी- बात करने का वक्त खत्म, दुनिया को अब काम करने की जरूरत
अमेरिका के ह्यूस्टन में ‘हाउडी मोदी’ इवेंट के दूसरे दिन आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जलवायू परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने दुनियाभर के देशों को इस दिशा में गंभीर होने की बात कही। उन्होंने साफ कहा कि अब बात करने का वक्त गुजर चुका है और अब दुनिया को काम करने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि इस दिशा में जितने प्रयास होने चाहिए उतने नहीं हो रहे हैं। इससे पहले पीएम ने कहा कि यह सुखद संयोग है कि न्यू यॉर्क दौरे में मेरी पहली सभा क्लाइमेट चेंज पर हो रही है। दुनिया भर में इस चुनौती से निपटने के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन हमें यह बात स्वीकारनी होगी कि इसके लिए उतने प्रयास नहीं किए जा रहे हैं, जितने जरूरी हैं। आज जरूरत है कि एक समावेश प्रयास की, जिसमें शैक्षणिक, वैल्यूज, लाइफस्टाइल और डिवेलपमेंट की अवधारणा को बदलने पर काम किया जाए।