साध्वी प्रज्ञा के बहाने बीजेपी अपनी राजनैतिक रोटियां सेंकने का कोई मौका नहीं गंवाना चाहती। हेमंत करकरे पर बयान देने के बाद चौतरफा घिरी बीजेपी उम्मीदवार और तेज तर्रार साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के बचाव का जिम्मा आज बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने उठाया । कोलकाता में एक प्रेस कांफ्रेंस में शाह ने साफ साफ कहा कि साध्वी को झूठे केस में फंसाया गया है।
बाद में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में शाह ने इशारा किया मीडिया को भी मामले की संजीदगी को समझना चाहिए और कहा कि हिंदू आतंकवाद का मुहावरा गढ़ने में मीडिया भी जिम्मेवार है। जैसे जैसे चुनाव अपने रंग में आ रहा है सभी पार्टियां अपने कोर वोटर्स को अपने पाले में लाने के लिए जी जान से जुटी हैं। अमित शाह का आज का बयान उसी संदर्भ में देखा जा सकता है जब शाह ने दो टूक कहा कि हिंदू टेरर के नाम से एक फर्जी केस बनाया गया था।
इस दौरान शाह ने यह भी सवाल उठाया कि समझौता एक्सप्रेस में ब्लास्ट करने वाले लोग अब कहां हैं? उधर, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान भी अब प्रज्ञा के बचाव में उतर आए हैं। एक टीवी चैनल के साथ इंटरव्यू में शिवराज ने साफ कहा कि बिना किसी अपराध के कानून का गलत उपयोग करके साध्वी को ना सिर्फ जेल में रखा गया बल्कि उन्हें यातनाएं भी दी गईं।
कोलकाता में एक प्रेस वार्ता में साध्वी प्रज्ञा से जुड़े सवाल पर शाह ने कहा, ‘ दुनिया में देश की संस्कृति को बदनाम किया गया, हिंदू आतंकवाद शब्द गढ़ा गया और कोर्ट में केस चला तो इसे फर्जी पाया गया।’ शाह ने आगे कहा, सवाल ये भी है कि स्वामी असीमानंद और बाकी लोगों को आरोपी बनाकर फर्जी केस बनाया तो समझौता एक्सप्रेस में ब्लास्ट करने वाले लोग कहां है, जो लोग पहले पकड़े गए थे, उन्हें क्यों छोड़ा।