अहमदाबाद। क्या गुजरात चुनाव में जीत के लिए कांग्रेस ने पाकिस्तान के साथ हाथ मिला लिया है? क्या गुजरात चुनाव का पाकिस्तानी कनेक्शन हैं? पीएम मोदी ने कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर की पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री के साथ मीटिंग का मुद्दा गुजरात चुनाव प्रचार के दौरान उठाया अब उससे पर्दा उठ गया है। पाकिस्तानी पूर्व विदेश मंंत्री के साथ कांग्रेस नेता की बैठक की सच्चाई अब सामने आ गई है। कांग्रेस ने पहले इससे इंकार किया, लेकिन अब उसकी पोल खुल गई है। उस बैठक में शामिल हुए पूर्व सेनाध्यक्ष दीपक कपूर ने कांग्रेस की पोल खोल दी है।
मणिशंकर अय्यर के घर पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री और उच्चायुक्त के साथ मीटिंग के पीएम के आरोप को कांग्रेस खारिज करती रही, लेकिन पूर्व सेनाध्यक्ष दीपक कपूर ने खुद के इस बैठक में मौजूद रहने की पुष्टि की है। एक इंटरव्यू के दौरान दीपक कपूर ने इस बात की पुष्टि की वो भी इस बैठक में मौजूद थे। उन्होंने कहा कि मणिशंकर अय्यर के घर पर हुई इस बैठक में भारत-पाकिस्तान संबंधों के अलावा अन्य किसी मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई।मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद महमूद कसूरी के भारत दौरे के दौरान मणिशंकर अय्यर ने उनके लिए डिनर मीटिंग का आयोजन किया था। इस बैठक में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह, पूर्व सेनाध्यक्ष दीपक कपूर, पूर्व राजनयिक सलमान हैदर, टीसीए राघवन, शरत सभरवाल और के. शंकर बाजपेयी मौजूद थे।
इस बैठक को लेकर पीएम मोदी ने कहा था कि आखिर पाकिस्तानी उच्चायुक्त के साथ गुप्त बैठकें क्यों की गई थीं। आखिर क्यों इसके बाद पाकिस्तान के उच्च पदों पर बैठे लोग गुजरात में पटेल को सीएम बनाने के लिए सहयोग की पहल कर रहे हैं। कांग्रेस की पोल खुलने के बाद अब तक उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।