पूूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम की मानें तो नरेंद्र मोदी सरकार का पहला कार्यकाल खत्म होते होते मोजूदा सरकार के करप्शन के मामले सामने आऩे लगेंगे। पी. चिदंबरम ने आज कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार पर भी अपना टैन्योर खत्म होने के पहले करप्शन के आरोप लग सकते हैं। चिदंबरम ने कहा – जिस तरह यूपीए 2 के दौरान करप्शन के आरोप लगे थे वैसा ही मोदी सरकार के साथ भी हो सकता है। हालांकि, मैं नहीं चाहता कि ऐसा हो। चिदंबरम यूपीए सरकार के दौरान फाइनेंस मिनिस्टर थे। उनके बेटे के खिलाफ करप्शन के आरोपों की जांच सीबीआई कर रही है।
ऐसा होने के पूरे आसार
पूर्व फाइनेंस मिनिस्टर ने माना कि यूपीए 2 के दौरान कुछ ऐसे हालात हो गए थे कि उस पर कई बार करप्शन के आरोप लगे। और यह चीजें तब हुईं जबकि इस सरकार का टैन्योर खत्म होने वाला था। चिदंबरम ने कहा कि यही हाल इस सरकार (मोदी सरकार) का भी हो सकता है और टैन्योर के आखिर में सरकार पर करप्शन के आरोप लग सकते हैं। चिदंबरम के मुताबिक, वो नहीं चाहते कि इस तरह की कोई बात हो।
एक लिट्रेचर फेस्टिवल के दौरान कांग्रेस के इस सीनियर लीडर ने कहा- यूपीए 2 ऐसी सरकार थी जिसने अपना टर्म पूरा किया। इंतजार कीजिए कि ये सरकार भी 5 साल का अपना टर्म पूरा करे। उसके साथ भी यही हो सकता है। चिदंबरम ने ये भी कहा कि वो ऐसा नहीं चाहते कि इस तरह का कोई आरोप इस सरकार पर लगे। चिदंबरम यूपीए के दौरान होम मिनिस्टर भी रहे। उन्होंने कहा- मुद्दा ये है कि जब यूपीए 2 का टैन्योर खत्म होने वाला था तो उस पर कई तरह के करप्शन के आरोप लगने लगे। लेकिन, जब तक किसी पर वास्तव में आरोप साबित ना हों जाएं मैं उसे दोषी नहीं मान सकता।