नई दिल्ली। भारतीय बैंकों का 9000 करोड़ रुपए डकार कर लदंन फरार हो चुका विजय माल्या एक बार फिर से गिरफ्तर में आया। लदंन में उसे मनी लॉन्डिंग मामले में गिरफ्तार किया गया। शराब कारोबारी को गिरफ्तार कर वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट अदालत में पेश किया गया, जहां उसे जमानत दे दी गई और एक बार फिर से माल्या बेल पर रिहा हो गया।
पिछले 5 महीनों में माल्या को दूसरी बार गिरफ्तार किया गया और मिनटों में उ से जमानत दे दी गई। माल्या को इससे पहले अप्रैल में लदंन में गिरफ्तार किया गया था और कोर्ट में पेशी के 3 घंटे बाद ही उसे जमानत मिल गई। जब तक उसकी गिरफ्तारी की खबर लदंन से भारत पहुंचती है तब तक उसे जमानत भी मिल जाती है। माल्या को प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दर्ज कराये गये मामले में गिरफ्तार किया गया था। माल्या प्रत्यर्पण मामले में पहले से जमानत पर है। उसे उन्हीं जमानत शर्तों पर छोड़ गया है कि वह चार दिसंबर को सुनवाई के लिये अदालत के समक्ष उपस्थित होगा। माल्या का दावा है कि उसके पास उसके ऊपर लगाए गए आरोपों को गलत साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत है। ऐसे में वो उसे गिरफ्तार नहीं किया जा सकता। उसने कहा कि वो कोर्ट का सम्मान करता है और हर बार पेशी के लिए पहुंचता है। वहीं मामले की सुनवाई कर रहे न्यायाधीश मुख्य मजिस्ट्रेट एम्मा लुइस आर्बुथनोट ने कहा कि माल्या उसी जमानत शर्तों पर जाने को आजाद हैं और उन्हें उन शर्तों का हर हाल में पालन करना होगा।