चोरों का क्या मतलब घर किसका है, उन्हें तो अपने काम को अंजाम देने से मतलब है। इस बार चोरों ने सामाजिक कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी के घर हाथ साफ किया है। कैलाश सत्यार्थी को 2014 में शांति के लिए नोबेल सम्मान मिला था। चोरों ने उनका नोबेल का सर्टिफिकेट भी उड़ा दिया।सत्यार्थी एक प्रोग्राम में हिस्सा लेने के लिए बोगोटा (लैटिन अमेरिका) गए हैं। चोरों ने गहने और कई महंगे सामान भी चुराए हैं। घटना का खुलासा आज मंगलवार को हुआ, पुलिस और फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम ने अहम सबूत जुटाए हैं।
हालांकि सत्यार्थी के बेटे ने बताया कि नोबेल का मेडल राष्ट्रपति भवन में रखा हुआ है और उसकी नकल घर में रखी गई थी, चोर उसे असली समझ उसे भी साथ लेते गए। सत्यार्थी का घर दिल्ली के पॉश क़ॉलोनी में है, दक्षिण दिल्ली के अलकनंदा अपार्टमेंट में कैलाश सत्यार्थी का घर है।
घटना की जानकारी तब मिली जब मंगलवार को सत्यार्थी के एनजीओ के कुछ कर्मचारी उनके घर पहुंचे तो ताला टूटा मिला और सामान गायब था। दिल्ली पुलिस और फोरेंसिक एक्सपर्ट ने सबूत जुटाए हैं। घर के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली गई है।