4 आम आदमी पार्टी से अलग होकर कुछ युवाओं का समूह अब आदमी पार्टी को चंदा नहीं देने का अपील करता है। इन लोगों ने एक संस्था बनाई है चंदा बंद सत्याग्रह ( नो लिस्ट नो डोनेशन कैम्पेन) चलाते हैं। इसका प्रतिनिधिमंडल रविवार को दिल्ली के CM और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के आवास पहुंचा। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने उन्हें भगवत गीता भेंट की, लेकिन केजरीवाल ने यह भेंट स्वीकार नहीं की।
चंदा बंद सत्याग्रह के संजोयक मुनीष रायजादा अपने सहयोगियों के साथ पंजाब में आपराधिक छवि वाले उम्मीदवारों को उतारे जाने का विरोध करने पहुंचे थे। 4 फरवरी को संपन्न हुए पंजाब चुनाव में 21 आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को उतारने के आप के फैसले का विरोध पहले भी हो चुका है। मुनीष रायजादा और दो अन्य वॉलिंटियर को केजरीवाल के आवास में जाने की इजाजत दी गई, बाकी सदस्यों को बाहर ही रोक दिया गया। केजरीवाल आवास में मौजूद थे, लेकिन रायजादा और अन्य वॉलिंटियर को बहुत देर तक इंतजार कराया गया। आप के 21 में से 9 उम्मीदवार पर गंभीर आरोप हैं। उनके खिलाफ रेप, मर्डर, किडनैपिंग और चोरी के आरोप हैं।
केजरीवाल से मिलने के बाद रायजादा ने कहा, ‘इसका मकसद अरविंद केजरीवाल को भगवद गीता में दर्ज ‘कर्म’ के संदेश का अहसास दिलाना था। दागी उम्मीदवारों को खड़ा करके और दानकर्ताओं की लिस्ट छुपा के आप के चंदा चोर गैंग पार्टी और जनता के लिए खराब कर्म करने में लग गए हैं।