सीनियर वकील और एक्टिविस्ट प्रशांत भूषण ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सीधे जस्टिस खेहर को सलाह दे दी। भूषण ने यह कहकर खलबली मचा दी कि अगले मुख्य न्यायाधीश बनने वाले जस्टिस जेएस खेहर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कथित तौर पर रिश्वत लेने संबंधी जनहित याचिका की सुनवाई से खुद को अलग कर लेना चाहिए। भूषण ने कहा कि चूंकि जस्टिस खेहर की औपचारिक नियुक्ति वाली फाइल प्रधानमंत्री को ही क्लियर करनी है, ऐसे में जस्टिस खेहर को सुनवाई से अलग हो जाना चाहिए।
प्रशांत भूषण ने यह बात तब कही तब वह जस्टिस खेहर और जस्टिस अरुण मिश्रा को इस बात के लिए राजी करने में नाकाम रहे कि उन्हें याचिका में प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ लगाए गए रिश्वत लेने के आरोप के समर्थन में विश्वसनीय सबूत जमा करने के लिए और वक्त दिया जाए।
भूषण की इस बात ने अदालत में सभी को चौंका दिया। नाराजगी जताते हुए जस्टिस खेहर ने कहा, ‘यह बहुत गलत है कि आप अब यह मुद्दा उठा रहे हैं। अगर आपको मुझ पर भरोसा नहीं था तो पहले कहना चाहिए था। इसके पहले भी दो तारीखों पर सुनवाई हो चुकी है, पर आप अब यह मुद्दा क्यों उठा रहे हैं?’ इसके बाद जस्टिस खेहर ने खुद को सुनवाई से अलग करने की इच्छा जताई।