वित्त मंत्री अरुण जेटली ने दावा किया है कि नोटबंदी के बाद जो कैश की किल्लत हुई है वो 30 दिसंबर के बाद खत्म हो जाएगी। यानी नए साल में आपको ज्यादा परेशान होने की जरुरत नहीं है। नए साल में आप नोटबंदी की मार से आजाद हो जाएंगे।
साथ ही वित्त मंत्री जेटली ने जो दूसरी बात कही वो कालेधन के खिलाफ सरकार के इरादे को स्पष्ट करती है। जेटली ने कहा कि नए लीगल नोटों की संख्या उतनी नहीं होगी, जितनी पुराने 500-1000 के नोटों की थी। मीडिया सरकार के सूत्रों के मुताबिक, सर्कुलेशन में आने वाली नई करंसी की संख्या बाहर हुई कुल 86% करंसी की आधी ही होगी।
फाइनेंस मिनिस्ट्री के आंकड़ो के मुताबिक, “नोटबंदी के फैसले के बाद करीब 15 ट्रिलियन यानी 15 लाख करोड़ रुपए सर्कुलेशन से बाहर हो गए थे। सूत्रों का कहना है, सरकार इस राशि के आधा या इससे थोड़ा ज्यादा नई करंसी के नोट सर्कुलेशन में लाएगी। देश के बैंक नोट प्रिंटिंग प्रेस की क्षमता को देखते हुए इन नए नोटों को छापने में कुछ महीनों का समय लगेगा।
वित्त मंत्री के बयान और मंत्रालय के सुत्रों के आधार पर यह स्पष्ट दिखता है कि सरकार डिजिटल करंसी की ओर ज्यादा ध्यान दे रही है। आने वाले दिनों में जब लेस कैश से छुटकारा मिलेगा तब कैशलेस ट्रांजैक्शन की ओर लोग बढ़ेंगे।