“चो” के नाम से मशहूर तमिल पत्रकार, मशहूर राजनीतिक विश्लेषक, अभिनेता और जयललिता के करीबी सलाहकार श्रीनिवास अयर रामास्वामी का बुधवार को निधन हो गया। लोग उन्हें सी रामास्वामी और चो रामास्वामी के नाम से भी जानते थे। चो, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बड़े प्रशंसक थे और तमिलनाडु की राजनीति में उनका अच्छा दखल था। तमिलनाडु की मुख्यमंत्री और AIADMK प्रमुख जे जयललिता के निधन के दो दिन बाद ही रामास्वामी ने भी अपोलो अस्पताल में ही अंतिम सांस ली।
चो पॉलिटिकल मैगजीन ‘तुगलक’ के संस्थापक और संपादक थे। राज्य हो या केन्द्र सरकार, उन्होंने हमेशा ही निडर होकर अन्याय और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई । तुगलक की वर्षगांठ और पोंगल के अवसर पर अक्सर नरेंद्र मोदी, लालकृष्ण आडवाणी सरीखे को आमंत्रित करते रहे। देश के कई नेताओं के साथ रामास्वामी के अच्छे व्यक्तिगत संबंध थे। तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता से भी उनकी काफी अच्छी दोस्ती थी। कई राजनीतिक मुद्दों पर सलाह लेने के लिए जयललिता चो रामास्वामी से संपर्क करती थीं। इसी साल उनके गंभीर रूप से बीमार पड़ने पर जयललिता के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उनसे मिलने के लिए पहुंचे थे।
चो रामास्वामी १९९९ से २००५ तक राज्यसभा के नामित सदस्य भी रहे। अपनी पत्रिका तुगलक के ३८ वीं सालगिरह पर जब उऩ्होंने गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया था और उनको मर्चेंट ऑफ डेथ कहकर संबोधित किया तो देखिए कैसी प्रतिक्रिया थी।
दिग्गज चिंतक चो को मीडिया सरकार की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि