भारतीयों के विदेश में पड़े काले धन का पता लगाने के काम को तेज करते हुए मोदी सरकार ने स्विटजरलैंड को 20 अनुरोध भेजकर कुछ खास भारतीयों के खातों की जानकारी मांगी है। 5 लोगों के नाम सरकार को मिल भी चुके हैं। सरकार ने तीन लिस्टेड कंपनियों के अलावा एक रियल एस्टेट कंपनी के पूर्व सीईओ, पूर्व ब्यूरोक्रेट की पत्नी, दुबई में बस चुके इन्वेस्टमेंट बैंकर, एक भगोड़ा कारोबारी – उसकी पत्नी और यूएई की कंपनी की जानकारी मांगी है। इनमें विदेश में बस चुके और ट्रेडिंग से जुड़े कुछ गुजराती बिजनेसमैन भी शामिल हैं। सरकार को शक है की इन लोगों ने पनामा और ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड्स में कंपनियां लिस्टेड कराकर स्विस बैंकों में खाते खुलवाए हैं।
भारत सरकार ने स्विटजरलैंड से ‘एडमिनिस्ट्रेटिव असिस्टेंस’ का अनुरोध करके खाताधारकों की जानकारी मांगी है। स्विस नियमों के मुताबिक, खाता धारकों से इस बारे में पूछताछ की जाती है और जवाब सही नहीं होने पर जानकारी संबंधित देश से साझा की जाती है।
आपको बता दें कि बीते हफ्ते ही भारत और स्विटजरलैंड ने एक करार किया है जिसके अनुसार दोनों देश सितंबर 2018 के बाद सभी खातों की जानकारी एक दूसरे से साझा करेंगे। भारत सरकार ने पहले भी स्विटजरलैंड से कुछ लोगों की जानकारी मिल चुकी है जिन पर पर टैक्स डिपार्टमेंट और ईडी ने कार्रवाई भी की है।