एनआईए ने तमिलनाडु पुलिस के साथ मिलकर सोमवार को मदुरै से तीन संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है। अल-कायदा से जुड़े होने के शक के आधार पर गिरफ्तार किए गए संदिग्ध आतंकियों ने प्रधानमंत्री मोदी सहित 22 बड़े राजनेताओं पर हमले की योजना बनाई थी। तमिलनाडु के कई शहरों में सक्रिय इस माड्यूल पर एनआईए 10 दिनों से नज़र रखे हुए थी।
पुलिस ने बताया, ” इन पर मैसूर, चित्तूर, कोल्लम, नेल्लोर और मल्लापुरम समेत 6 अदालतों में दहशत फैलाने के इरादे से विस्फोट करने के आरोप के साथ दिल्ली में कई देशों की एम्बेसी को धमकी देने का भी आरोप है। पुलिस ने बेसमेंट और किचन में छिपा कर रखा गया विस्फोटक और हथियार बरामद भी बरामद किया है। आगे पूछताछ के लिए सभी संदिग्धों को मैसूर ले जाया गया है।
एनआईए जांच में ये बात सामने आई है कि सभी संदिग्ध सीरिया में बैठे अपने आईएस हैंडलर के लगातार टच में थे। हैंडलर से संदिग्धों को 15 से 20 लाख रुपए और लैपटॉप देश में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए मिला था।
गौरतलब है कि मदुरै के आसपास अल-कायदा मॉड्यूल के सक्रिय होने की सूचना एनआईए को मिली थी। एनआईए ने सोमवार को कई जगहों पर छापेमारी की जिसमें एम करीम को उस्मान नगर, आसिफ सुल्तान मोहम्मद को जीआर नगर और अब्बास अली को इस्माइलपुरम से हिरासत में लिया गया और दो अन्य हकीम और दाऊद सुलेमान की तलाश अभी जारी है।
एनआईए ने 29 मई को हैदराबाद से दो कम्प्यूटर इंजीनियर भाई समेत आईएस के पांच संदिग्ध आतंकियों को भी गिरफ्तार किया था। खुफिया जानकारी के आधार पर हैदराबाद के अगल-अलग इलाकों से आईएस के कुल 11 संदिग्धों को हिरासत में लिया था,जिन मे से 6 को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया था।