इस्लामाबाद। 8 अक्टूबर। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अज़ीज़ ने कहा है कि भारत में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री रहते दोनों देशों के रिश्तों में सुधार आने की कोई उम्मीद नहीं है। अज़ीज़ ने कहा कि पाकिस्तान इस क्षेत्र में भारत के आधिपत्यवादी रवैये का विरोध करता है और बराबरी के आधार पर द्विपक्षीय संबंधों को बेहतर बनाने की वकालत करता है।
अज़ीज़ ने कहा कि पाकिस्तानी संसद के संयुक्त अधिवेशन में सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया गया है, जिसमें कश्मीर में भारत की बर्बरता की निंदा करना, नियंत्रण रेखा पर भारत द्वारा सीजफायर का उल्लंघन करना, कश्मीर को अभिन्न अंग मानने के भारत के रुख का विरोध, सिंधु जल समझौता रद्द करने की भारत की धमकी और बलूचिस्तान में भारतीय दखलंदाज़ी का विरोध करना शामिल है।
अज़ीज़ ने कहा कि इन सारे प्रयासों का मुख्य मकसद पूरी दुनिया को यह दिखाना है कि पाकिस्तान भारत की आक्रामकता का विरोध करने में एकजुट है। भारतीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा 2018 तक भारत-पाक सीमा को सील करने के एलान से जुड़े एक सवाल के जवाब में सरताज अज़ीज़ ने कहा कि इसमें कोई बुराई नहीं है, बशर्ते कि दोनों देशों के बीच लोगो का आना-जाना और व्यापार यथावत रहे।