चीन के बढ़ते पाकिस्तान प्रेम की पृष्ठभूमि में इस बार दिवाली में चीनी उत्पादों के बहिष्कार की मुहिम ज़ोर पकड़ चुकी है। हालत यह है कि लोग चीनी दीये और झालरें इत्यादि ख़रीदने को तैयार नहीं हैं और दुकानदार उन्हें झांसा देकर चीनी उत्पाद बेचने की कोशिश कर रहे हैं। कई जगहों पर देखा गया है कि ग्राहक चीनी उत्पाद खरीदने से साफ इनकार कर रहे हैं और इससे परेशान दुकानदार चीनी उत्पादों को भारतीय उत्पाद कहकर बेचने की कोशिश कर रहे हैं। ज़ाहिर है, जो लोग चीनी उत्पादों के बहिष्कार की मुहिम में जुटे हैं, उन्हें दुकानदारों की इस चालबाज़ी से भी सावधान रहना होगा।
बहरहाल, चीनी उत्पादों के बहिष्कार और मिट्टी के दीये जलाने की अपील वाली एक कविता इन दिनों इंटरनेट पर काफी वायरल हो रही है। कविता काफी दिलचस्प है और आप भी अगर सुनेंगे, तो एक बार सोचने को अवश्य मजबूर हो जाएंगे। सुनिए और शेयर कीजिए।